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Tuesday, December 1, 2020

खुद को नक्सली बताकर लूटने वाला गिरोह पकड़ा गया गांव में हुई ऐसी पहली लूट से लिया क्राइम का आइडिया

ग्राम कापसी पीवी 122 में मछली व्यापारी से लूट के मामले में पखांजूर पुलिस ने नकली नक्सली गिरोह के सरगना समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया। गिरोह के तीन प्रमुख सदस्य इसकी भनक लगते ही इलाके से फरार हो गए। इस गिरोह व सरगना को कुछ माह पहले पीवी 122 में ही अन्य आरोपियों द्वारा नकली नक्सली बनकर लूटपाट करने की घटना से इस लूट की वारदात करने का आइडिया मिला। इसके बाद वे गिरोह बना लूटपाट करने लगे। इस गिरोह के खिलाफ अब तक तीन मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें एक पखांजूर थाना और दो छोटेबेठिया थाना में है।
संभावना है मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं। मछली व्यापारी विश्वजीत अधिकारी के घर 18 अक्टूबर को नक्सली बनकर पांच लाख नगद तथा दो लाख के जेवर लूट लिए गए थे। इसके बाद 16 नवंबर को ग्राम छोटेबेठिया में कुमारेश सरकार के घर इसी अंदाज में 15 हजार नगद तथा एक लाख के जेवरात व असीमानंद मंडल के घर से 80 हजार नगद तथा 2 लाख के जेवरात की लूट हुई। इसमें छोटे बेठिया के पीडि़तों ने डर कर मामला दर्ज नहीं कराया था।

जांच में सामने आए दो और लूट के मामले
पीवी 122 के मामले में पुलिस ने जांच शुरू की तो उक्त दोनों लूट की बात भी सामने आई। केस भी दर्ज हुआ। गिरफ्तार आरोपियों में गिरोह के सरगना अमित राय निवासी पीवी96, सहयोगी सुखेन मिस्त्री पीवी 79, अनीस बैनर्जी निवासी पखांजूर, राजू पाल वी 78 तथा शिशिर बैरानी पीवी 92 शामिल हैं। वारदात के गिरोह के अन्य तीन प्रमुख सदस्य आरोपी पंकज सरदार उर्फ पेचा पीवी 92, संजीत विश्वास उर्फ गदई निवासी 92 तथा गणेश रायपुर फरार हैं।

सहयोगियों को मिलता था सात हजार मेहनताना
गिरोह को मुख्य रूप से चार लोग चलाते थे। अन्य सभी को वे सहयोगी बना कर ले जाते थे। मुख्य आरोपी अमित राय, पंकज सरदार, संजीत विश्वास नक्सली की वर्दी पहन हथियार के साथ लूट को अंजाम दिया करते। वही गणेश वाकी टाकी के साथ बाहर रह नजर रखता। इस दौरान सहयोगी भी उसके साथ खड़़े रहते जिन्हें नक्सली के रूप में दिखाया जाता। घटना के बाद इन सहयोगी को 6 से 7 हजार रूपए दिए जाते थे और बाकी रकम चारों आपस में बांट लेते थे।

हत्या का भी आरोपी बिहार से लाई पिस्टल
गिरोह का सरगना अमित राय पूर्व से ही आपराधिक प्रवृत्ति का है। इसके खिलाफ बांदे थाना में हत्या का मामलाा दर्ज है। जिस मामले में वह दो साल तक जेल में भी रह चुका है। वर्तमान में उसके खिलाफ पखांजूर तथा छोटेबेठिया थाने में लूट का मामला दर्ज हुआ है। उसके पास से मिली पिस्टल से धमका कर इस तरह अपराधों को अंजाम दे रहा था। पूछताछ में पिस्टल बिहार से खरीदना बताया गया है।

लूट के बाद महाराष्ट्र भाग गया था सरगना
गिरोह का सरगना अमित राय को पखांजूर पुलिस ने महाराष्ट्र के गढ़ चिरौली से पकड़ा। जहां वो वारदात के बाद भाग कर अपने किराए के मकान में छिप जाता था। मकान की तलाशी लेने पर वहां से बड़ी संख्या में सोने के जेवर, 32 बोर की पिस्टल, बाइक, कई बैंक के पास बुक, एटीएम तथा दो वाकी टाकी चार्जर मिले। इसी पिस्टल व वाकी टाकी का इस्तेमाल मछली व्यापारी से लूट में किया गया था। लूट के जो हार व कंगन आदि मिले हैं उसे सरगना ने ग्राम छोटेबेठिया में लूटना बताया। लूट के पैसे आपस में बांट लिए और जेवरात सरगना अपने पास रख महाराष्ट्र ले गया था।

दूसरी बार वसूली की कोशिश में संदेह हुआ
सरगना अमित राय ने बताया पूर्व में सितंबर के आसपास पीवी 122 में मछली व्यापारी विद्युत मंडल के घर हुई लूट की कोशिश से उसे नकली नक्सली बन कर लूट करने का आइडिया मिला। हालांकि पहली घटना में नक्सली बन लूटपाट करने वाले आरोपियों जो कि विद्युत मंडल के कर्मचारी ही थे, को कामयाबी नहीं मिली थी और वे गिरफ्तार कर लिए गए थे। लेकिन इससे मिले आइडिया से अजीत राय के गिरोह ने पहली ही कोशिश में सफल हो गया। इसके बाद अधिक रकम वसूलने के चक्कर में व्यापारी को पांच लाख लेकर जंगल बुलाया। चेहरा ढंका होने से संदेह हो गया।

क्राइम की सूचना पुलिस को दें:एएसपी
मामले का खुलासा करने पखांजूर पहुंच एएसपी जीएन बघेल ने पखांजूर पुलिस की तारीफ करते हुए लोगों से अपराध की सूचना पुलिस को देने अपील की। ताकि पुलिस अपराधियों तक पहुंच सके और अपराध को रोका जा सके।​​​​​​​



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The robber who caught himself as a Naxalite was caught and the idea of crime taken from the first such robbery took place in the village


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