सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को आदेश दिया था कि जिन अस्पतालों को सरकार की ओर से मुफ्त या रियायती जमीन मिली है, उन्हें कोरोना का इलाज भी मुफ्त में करना चाहिए। भास्कर की पड़ताल में पता चला कि पिछले दो दशक में राजधानी के 4 अस्पतालों को सरकार की ओर से रियायत के साथ 30 साल के लिए जमीन दी गई, लेकिन इनमें से दो में अब तक अस्पताल ही नहीं खोले गए। केवल दो अस्पताल-श्री नारायणा और छत्तीसगढ़ नेत्र चिकित्सालय चल रहे हैं। दोनों के संचालकों का कहना है कि वे पहले से ही अनुबंध की शर्तों के अनुरूप मुफ्त इलाज कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सरकार की गाइडलाइन आई तो वे कोरोना का भी मुफ्त इलाज करने के लिए तैयार हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने उन अस्पतालों को मुफ्त में कोरोना का इलाज करने कहा है, जिन्हें सरकार ने मुफ्त में या कम कीमत पर जमीन दी है। कोर्ट ने सरकार को ऐसे अस्पतालों को चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं, जहां कोरोना मरीजों का इलाज किया जा सके। भास्कर ने ऐसे अस्पतालों की जानकारी जुटाई है। इसके मुताबिक श्री नारायणा हॉस्पिटल (हेल्थटेक), रायपुर स्टोन क्लीनिक, छग नेत्र चिकित्सालय और पं. रविशंकर शुक्ल हॉस्पिटल बूढ़ापारा के लिए रियायती जमीन दी है। इनमें रायपुर स्टोन क्लीनिक और पं. रविशंकर शुक्ल हॉस्पिटल शुरू नहीं हुए हैं। वकील सचिन जैन ने सुप्रीम कोर्ट में प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना मरीजों के इलाज में खर्च पर लगाम लगाने के लिए याचिका लगाई थी। जैन ने आरोप लगाया था कि कई निजी अस्पताल संकट के समय में भी कोरोना के मरीजों का आर्थिक शोषण कर रहे हैं। जो प्राइवेट अस्पताल सरकारी जमीन पर बने हैं या चैरिटेबल संस्थान की कैटेगरी में आते हैं, सरकार को उनसे कहना चाहिए कि कम से कम कोरोना के मरीजों का जनहित में फ्री या फिर बिना मुनाफा कमाए इलाज करें।
ओपीडी में 15 प्रतिशत मरीजों के फ्री इलाज की शर्त
सरकार ने जिन अस्पतालों को रियायत पर जमीन दी थी, उन्हें ओपीडी में 15% मरीजों का फ्री इलाज करने और गंभीर मरीज होने पर इनकी सर्जरी या इलाज निशुल्क करने की शर्त रखी थी। इसके अलावा बिजली बिल, सम्पत्ति कर, भूभाटक आदि का पूरा भुगतान करना था। अस्पताल प्रबंधन का दावा है कि सरकार ने जो भी शर्त रखी है, उस आधार पर इलाज किया जा रहा है। बीपीएल कार्ड धारी मरीजों से इलाज के पैसे नहीं लिए जाते।
इन अस्पतालों को रियायती दरों पर मिली जमीन
- श्री नारायणा हॉस्पिटल1.50 एकड़
- रायपुर स्टोन क्लीनिक 2 एकड़
- छग नेत्र चिकित्सालय1.5 एकड़
- रविशंकर शुक्ल हॉस्पिटल 3 एकड़
अस्पताल संचालक तैयार
सरकार कहे तो फ्री इलाज
"हमारे अस्पताल में गरीबों का फ्री इलाज हो रहा है। सरकार आदेश देगी तो कोरोना मरीजों का भी फ्री इलाज किया जाएगा।"
-डॉ. सुनील खेमका, एमडी श्री नारायणा हॉस्पिटल
अब भी मुफ्त इलाज जारी
"जिनके पास बीपीएल कार्ड हैं, उनकी फ्री सर्जरी की जाती है। कई बार चेहरा देखकर जरूरतमंदों का फ्री इलाज कर देते हैं।"
-डॉ. अभिषेक मेहरा, सर्जन छग नेत्र चिकित्सालय
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