
शहर में कोरोना मरीजों का बढ़ना लगातार जारी है। आंकड़े तेजी से 100 की ओर बढ़ रहे हैं। चंडीगढ़ में कुल पॉजिटिव केसों का आंकड़ा 88 तक पहुंच गया है। इनमें सबसे ज्यादा योगदान बापूधाम का है। शुक्रवार को 14 नए केस आए। इनमें 12 बापूधाम के, एक सेक्टर-30 और एक सेक्टर-15 का निवासी है। कुल मरीजों में 40 केस अकेले बापूधाम के हैं। इसमें भी चेन संक्रमित पाए गए नरेंद्र की है जिसने 17 अप्रैल को अपनी मैरिज एनिवर्सरी पर पार्टी का अयोजन किया था जिसमें करीब 100 लाेग शामिल हुए थे। जो लोग पॉजिटिव आए हैं उनमें उसके परिवार के, पड़ोसी और जीएमसीएच-32 के हैं जहां वह काम करता है। अगर यह लापरवाही न होती तो संभवत: चंडीगढ़ को ग्रीन या ऑरेंज जोन वाली सुविधाएं मिल सकती थीं। वहीं ऐसे संकेत हैं कि 4 मई से शहर में उन इलाकों में शर्तों के साथ कुछ छूट दी जा सकती है जहां कोई केस नहीं है। लेकिन कंटेनमेंट इलाके में कोई छूट नहीं होगी।
वहीं पंचकूला में कोई नया केस नहीं है। वहां अब सिर्फ एक एक्टिव केस है। इसके अलावा मोहाली में शुक्रवार को 6 नए केस आए। इनमें 5 नांदेड़ के हजूर साहिब से लौटे 5 श्रद्धालु हैं। एक केस जवाहरपुर से है। यह सबसे पहले पाॅजिटिव पाए गए मलकीत सिंह का बेटा है।
दूसरे दिन 164 केस, इनमें 136 श्रद्धालु
पंजाब में शुक्रवार को एक बार फिर कोरोना ब्लास्ट हुआ। 164 नए पॉजिटव केस आए। इनमें से 136 हजूर साहिब से लौटे श्रद्धालु हंै। आंकड़ा 709 पहुंच गया है। अमृतसर में सबसे ज्यादा 60 केस आए, ये सभी श्रद्धालु हैं। यहां कुल 150 मरीज हो गए हैं। पटियाला में 31 केस, फिरोजपुर में 25, लुधियाना में 22, जालंधर में 16, मोहाली में 6, फाजिल्का में पहली बार 4 केस आए हैं। चारों श्रद्धालु हैं। पिछले दो दिन में ही राज्य में 327 केस हो गए हैं। पटियाला में शुक्रवार को 31 में से 29 केस श्रद्धालुओं के हैं। लुधियाना में 22 में से 18 केस श्रद्धालुओं के हैं। जालंधर के 16 नए पॉजिटिव केस में से 5 ओएसडी के संपर्क से हैं, जिसमें एक श्रद्धालु है। फिरोजपुर में 25 में से 19 श्रद्धालु हैं, जबकि राजस्थान से लौटे 6 मजदूरों व एक पुराने मरीज के संपर्क में रहने वाले की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मोहाली में 6 में से 5 हजूर साहिब से लौटे श्रद्धालु हैं, जबकि एक केस जवाहरपुर में आया है। मानसा में 32 वर्षीय जस्सी बेगम को 22 दिन बाद रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
पॉजिटिव पाए गए श्रद्धालुओं के होंगे दो-दो और टेस्ट
चंडीगढ़ | हजूर साहिब, महाराष्ट्र से लौटे श्रद्धालुओं से बढ़ते संक्रमण के मामलों के चलते सरकार ने फैसला किया है कि जो श्रद्धालु पॉजिटिव पाया गया है, उनके दो-दो और टेस्ट किए जाएंगे, क्योंकि ये सब जब नांदेड़ साहिब में रह रहे थे तो सभी तंदुरुस्त थे। वहां के स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस प्रशासन के साथ इन सबकी तीन-तीन बार मेडिकल जांच की थी लेकिन किसी में कोई लक्षण नहीं पाए गए थे। लेकिन पंजाब लौटने के बाद अचानक इतने सारे पॉजिटिव कैसे हुए। स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने इसकी के चलते सरकार ने दो दो बार और टेस्ट करने का निर्णय लिया है। इसके साथ इस बात की भी जांच की जाएगी कि अगर ये सब वहां संक्रमित नहीं थे तो नांदेड साहिब से पंजाब लौटते ही संक्रमित कैसे हुए।
हरियाणा : एक ही दिन में 22 केस
हरियाणा में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण की तेजी ने चिंता बढ़ा दी है। 24 घंटे में ही झज्जर में 9 समेत राज्य में 22 नए केस सामने आए हैं। उधर 4 मई से शुरू हो रहे लॉकडाउन पार्ट-3 में राज्य सरकार ने काफी ढील दी है। पांच जिले ग्रीन जोन में आ चुके हैं। जबकि 15 ऑरेंज और दो रेड जोन में हैं। राज्य सरकार ने यहां कोरोना मरीजों की संख्या के आधार पर दो कैटेगिरी बना दी है, जिसके अनुसार वहां उद्योग, वाणिज्यिक प्रतिष्ठान और कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट की गतिविधियों चलेंगी। इनमें सरकार ने ऐसे मानक बनाए हैं, जिसके अनुसार यहां इनके द्वारा ऑनलाइन आवेदन करते से अनुमित मान ली जाएगी। मरीजों की संख्या के आधार पर इनके पास एसएमएस पहुंचेगा। उसके अनुसार इन्हें व्यवसाय, उद्योग बंद करना पड़ेगा। इधर, केंद्र ने किसी भी जिले में 28 दिन में नया केस न मिलने का समय अब 21 दिन कर दिया है। इसलिए रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ के साथ कैथल, फतेहाबाद और चरखी दादरी ग्रीन जोन में आ गए हैं। यमुनानगर के भी 21 दिन पूरे होने में कुछ ही दिन बाकी है। ए कैटेगिरी वाले जिलों में 15 केस मिलते ही वहां सभी छूट बंद हो जाएगी। जबकि कैटेगिरी बी वाले 8 जिलों में 10 केस मिलने पर ही सबकुछ बंद करना पड़ेगा।
घर वापसी के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें शुरू; पहले दिन छह ट्रेनें रवाना हुईं
नई दिल्ली लाॅकडाउन में फंसे लाेगाें की घर वापसी के लिए रेलवे ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनें शुरू की हैं। शुक्रवार तड़के तेलंगाना के लिंगम्पल्ली से एक हजार श्रमिकाें काे लेकर झारखंड के हटिया के लिए पहली ट्रेन रवाना हुई। शाम तक ऐसी 6 ट्रेनें चलीं। 22 मार्च काे जनता कर्फ्यू के बाद पहली बार यात्री ट्रेनें चली हैं। स्पेशल ट्रेनाें में दूसरे राज्याें में फंसे प्रवासी मजदूराें, पर्यटकाें, छात्राें काे ही सफर करने की इजाजत हाेगी। बाकी काेई इनमें सफर नहीं कर सकेगा। इन ट्रेनाें में सफर के लिए रेलवे लाेगाें से किराया नहीं लेगा। बल्कि राज्य सरकाराें से वसूली की जाएगी। सरकार से हर यात्री के लिए स्लीपर क्लास के किराए के साथ ही 30 रुपए सुपरफास्ट चार्ज अाैर 20 रुपए भाेजन-पानी के लिए वसूले जाएंगे। हर ट्रेन में 1000 से 1200 यात्री जाएंगे।
रेलवे की गाइडलाइंस
- लाेगाें काे भेजने और बुलाने वाले राज्याें की सरकाराें के अाग्रह पर ही विशेष ट्रेन चलेंगी। शुरुआती और आखिरी स्टेशन के बीच में ट्रेन कहीं नहीं रुकेंगी।
- श्रमिकाें काे ट्रेन में बैठाने से पहले स्क्रीनिंग करवाना राज्य सरकार की जिम्मेदारी हाेगी। जिनमें लक्षण नहीं हाेंगे उन्हें ही जाने की इजाजत मिलेगी।
- राज्य सरकार लाेगाें काे छाेटे जत्थाें में तय रेलवे स्टेशनाें पर पहुंचाएंगी।
- हर यात्री के लिए फेस मास्क अनिवार्य हाेगा। राज्य सरकार शुरुआती स्टेशन पर ही खाना और पानी मुहैया करवाएगी। लंबे रूट में सफर के दाैरान रेलवे एक वक्त का खाना मुहैया करवाएगी।
- गंतव्य पर पहुंचने के बाद राज्य सरकार यात्रियाें काे रिसीव करेगी। वहां इनकी स्क्रीनिंग और क्वारेंटाइन का इंतजाम हाेगा।
शुक्रवार काे ये छह ट्रेनें रवाना हुईं
- लिंगम्पल्ली (तेलंगाना) से हटिया (झारखंड)
- अलुवा (केरल) से भुवनेश्वर (अाेडिशा)
- नासिक (महाराष्ट्र) से लखनऊ (यूपी)
- नासिक (महाराष्ट्र) से भाेपाल (मध्य प्रदेश)
- जयपुर (राजस्थान) से पटना (बिहार)
- काेटा (राजस्थान) से हटिया (झारखंड)
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