जयपुर (संदीप शर्मा).भीलवाड़ा में जो कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं, उनमें से एक एसएमएस अस्पताल के सामान्य वार्ड 4एफ में तीन दिन भर्ती रहा था। यह जानकारी सामने आते ही चिकित्सा विभाग और एसएमएस अस्पताल प्रशासन सकते में आ गया है। अब सभी मरीजों को कल्याण धर्मशाला में भर्ती करने की कवायद चल रही है। हालांकि अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि सभी की जांच की जा रही है। मामले के अनुसार तीन दिन पहले भीलवाड़ा का एक नर्सिंग स्टाफ कफ, निमोनिया, खांसी और अन्य लक्षणों के चलते एसएमएस में भर्ती हुआ था। यहां डॉक्टर्स और अन्य स्टाफ ने उसकी जांच की तो लक्षण कोरोना वाले मिले। इसके बाद उसकी जांच कराई गई। शुक्रवार को आई रिपोर्ट में उसके पॉजिटिव पाया गया, उसके बाद उसे तुरंत आइसोलेशन वार्ड में लें जाया गया और भर्ती किया गया है।
डॉक्टर्स, रेजीडेंट और नर्सिंग स्टाफ डरा, वार्ड में सेनिटाइजर भी नहीं
केस के पॉजिटिव की सूचना मिलते ही वहां काम कर रहे डॉक्टर्स, रेजीडेंट नर्सिंग स्टाफ काफी डरा हुआ है। रेजीडेंट और नर्सिंग स्टाफ ने कहा- यदि केस सस्पेक्ट था तो उसे एसएमएस क्यों लाया गया? सीनियर डॉक्टर्स ने भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया और अब मामला सामने आने के बाद भी ना तो मॉस्क दिए गए हैं और ना ही सेनिटाइजर हैं। ऐसे में वे कैसे सुरक्षित रह सकते हैं?
वार्ड का विकल्प सिर्फ धर्मशाला क्योंकि अस्पताल में जगह नहीं
4एफ वार्ड के मरीजों को शिफ्ट करने के लिए विकल्प के तौर पर केवल कल्याण धर्मशाला ही है। क्योंेकि जिन मरीजों को शिफ्ट किया जाएगा, वे ना तो पीड़ित हैं और ना ही संभावित। ऐसे में उन्हें आइसोलेशन में भी नहीं रखा जा सकता। वहीं इस तरह के मरीजों को रखने के लिए अस्पताल प्रशासन के पास अन्य कोई जगह भी नहीं है। इसलिए धर्मशाला में अब मरीज भर्ती किए जाएंगे।
सबको जांच रहे हैं
हम वार्ड को खाली कराएंगे। सभी मरीजों की जांच की जाएगी। अभी अन्य कोई विकल्प नहीं है, इसलिए धर्मशाला को खाली कराने के लिए कहा है।-डॉ.डीएस मीणा, अधीक्षक, एसएमएस अस्पताल
इमरजेंसी के सामने बनायाकोरोनावायरस ओपीडी
एसएमएस प्रशासन ने संभावनाओं को देखते हुए सावधानी बरती है और इमरजेंसी के सामने कोरोनावायरस जांच के लिए ओपीडी बनाया है। डॉ. जगदीश मोदी ने बताया कि व्यवस्थाओं में कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। यहां खांसी-जुकाम और अन्य सामान्य मरीजों को देखा जाएगा। यदि किसी के मन में सवाल हैं तो उन्हें संतुष्ट किया जाएगा।
उधर, एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से कोरोनावायरस पर नियंत्रण को लेकर जरूरी मीटिंग की गई। इसमें सभी नर्सिंग अधीक्षकों को बुलाया गया। कहा गया कि नर्सिंग स्टाफ को बेहतर और जिम्मेदारी से काम करना होगा। उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है। नर्सिंग अधीक्षकों ने कहा- काम करने में परेशानी नहीं है, सभी अस्पतालों में स्टाफ के पास न सेनिटाइजर है और ना मॉस्क। ये तो दिलवा दो।
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