
गुजरात से गोपालगंज के रास्ते वीरपुर पहुंचे 32 प्रवासी मंगलवार की देर शाम बसंतपुर प्रखंड पहुंचे जहां उन्हें मध्य विद्यालय विशनपुर चौधरी स्थित क्वारेंटाइन सेंटर भेज दिया गया। जहां बुधवार की सुबह सभी मजदूरों ने रात में खाना नहीं देने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। हंगामा कर रहे मजदूरों का कहना था कि हमलोग को जब पहले ही गोपालगंज में 14 दिनो तक क्वारेंटाइन किया जा चुका है, ऐसे अब सभी को घर जाने दिया जाए। बताया जाता है कि अपनी मांग को लेकर गोपालगंज से आए मजदूर रात से ही बुधवार की सुबह तक हंगामा करते रहे। जहां बाद में बसंतपुर सीओ विद्यानंद झा और बलुआ बाजार के थानाध्यक्ष बैजू कुमार के पहल पर सभी मजदूर शांत हुए।
गौरतलब है कि गुजरात से 32 मजदूरों का जत्था बिहार के लिए रवाना हुआ था। लेकिन गोपालगंज में ही वहां के स्थानीय प्रशासन ने गोपालगंज के डीएवी स्कूल में सभी 32 मजदूरों को 14 दिन के लिए क्वारेंटाइन कर रखा था। जिसे मंगलवार को सुपौल मुख्यालय पहुंचाया गया। वहां से जिला प्रशासन की पहल पर सभी 32 मजदूरों को बसंतपुर भेज दिया गया। मजदूरों में 28 बसंतपुर प्रखंड के बलभद्रपुर व आसपास के क्षेत्र के हैं। जबकि शेष 4 में से दो त्रिवेणीगंज और दो सरायगढ़ प्रखंड के बताए जा रहे हैं। मजदूरों ने आरोप लगाया कि रात में उन्हें खाना नही दिया गया। वहीं सेंटर में पहले से क्वारेंटाइन लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने की भी चर्चा रही। लेकिन किसी ने इसकी पुष्टि नही की।
सेंटर से भागे तो पूरे परिवार को किया जाएगा क्वारेंटाइन सेंटर
वहीं स्कूल की रसोइया अहिल्या देवी ने बताया कि सभी लोगो का खाना बनाया गया। लेकिन किसी ने खाना नही खाया। पकाया गया सभी भोजन सामग्री को सुबह फेंक देना पड़ा। वहीं बुधवार की सुबह मेडिकल टीम पहुंची। मेडिकल टीम में शामिल डॉ कासिफ ने सभी मजदूरों का स्क्रीनिंग करते हुए उन्हें आइसोलेशन वार्ड में रहने की सलाह दी। जहां मजदूरों के द्वारा हंगामे की बात सुनते ही सीओ बसंतपुर और बलुआ थानाध्यक्ष मौके पर पहुंचे। थानाध्यक्ष ने समझाते हुए कहा कि अगर सेंटर से भागे तो पूरे परिवार को क्वारेंटाइन कर दिया जाएगा।
323 कोरोना संदिग्धों में 301 की रिपोर्ट निगेटिव, 22 का सैंपल जांच के लिए भेजा
सुपौल | जिले में बुधवार तक एक भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति नहीं मिला है। अब तक जिले मेें कुल 323 संदिग्धों की सैंपलिंग की गई है। जिसमें 301 रिपोर्ट निगेटिव पाए गए हैं। जबकि मंगलवार को 22 संदिग्धों का सैंपल जांच के लिए डीएमसीएच दरभंगा भेजा गया है। जो रिपोर्ट अप्राप्त हैं। फिलहाल सभी 22 संदिग्धों को सदर अस्पताल सुपौल के क्वारेंटाइन सेंटर में चिकित्सकों की देख-रेख में रखा गया है। इसके अलावा जिले के विभिन्न स्थलों पर संचालित क्वारेंटाइन सेंटर में बाहर से आए कुल 418 अप्रवासी श्रमिकों को प्रशासन की निगरानी में रखा गया है। वर्तमान में डीएम के निर्देश पर जिले में कोरोना संक्रमितों की खोज के लिए गहन रुप से ट्रेसिंग, ट्रैकिंग और टेस्टिंग का कार्य जारी है।
सेंटर पर खाने-पीने की पर्याप्त व्यवस्था
14 दिनों तक क्वारेंटाइन होने के कारण सभी लोग घर जाना चाहते थे। इसलिए विवाद कर रहे हैं। अब सब कुछ ठीकठाक है। सभी प्रकार से सामान और खाने-पीने की व्यवस्थाएं कर दी गयी है। नियमानुसार सभी मजदूरों को 14 दिनों के लिए क्वारेंटाइन में रहना पड़ेगा।
विद्यानंद झा, सीओ, बसंतपुर
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