कोरोना के 50 से ज्यादा मरीज मिलने के बाद पिछले 28 दिन से सील मंगलबाजार के लोगों का बुधवार को गुस्सा फूटा। प्रशासन की कथित बदइंतजामी तथा राशन तक के लिए वंचित होने का आरोप लगाते हुए लोगों ने बेरिकेड्स के पास इकट्ठा होकर जमकर हंगामा किया। लोगों का कहना है कि लगभग एक माह सील रहने की वजह से प्राइवेट नौकरी वालों को वेतन नहीं मिला है। प्रशासन ने शुरू में दो-चार दिन का राशन भेजा लेकिन उसके बाद से किसी चीज की व्यवस्था नहीं है। इसलिए गुजर-बसर मुश्किल हो गई है। इससे पहले, सैंपल लेने पहुंचे हेल्थ अमले को मंगलबाजार के एक हिस्से से लोगों द्वारा खदेड़े जाने की भी सूचना है। इधर, बैजनाथपारा में पिछले एक हफ्ते के भीतर कोरोना के 16 केस मिलने और एक मौत के तीन दिन बाद प्रशासन ने बुधवार शाम पूरे मोहल्ले को चारों तरफ से सील कर दिया है।
मंगलबाजार में सुबह से शाम तक हंगामे का दौर जारी रहा। सुबह हेल्थ अमला उन लोगों के सैंपल लेने पहुंचा था, जो पाजिटिव मिले लोगों के सीधे संपर्क में आए थे। लेकिन लोगों ने सैंपल लेने से ही मना कर दिया तथा काफी विवाद के बाद हेल्थ अमले को खदेड़ दिया गया। स्वास्थ्यकर्मी वहां से सैंपल लिए बिना लौट गए। इसके बाद, दोपहर में लोग अचानक बेरिकेड्स के पास इकट्ठा होने लगे और सील खोलने की मांग को लेकर हंगामा खड़ा कर दिया। लोगों ने कहा कि जिस दिन कंटेनमेंट जोन बना, प्रशासन का अमला लोगों को राशन बांटकर गया था। लेकिन अब कोई मदद नहीं मिल रही है और राशन भी खत्म हो गया। आधे लोगों के पास कार्ड नहीं है, इसलिए वे राशन दुकान से अनाज भी नहीं ले पा रहे हैं। कुछ लोगों ने बताया कि प्राइवेट नौकरी करनेवाले किसी व्यक्ति को इस माह वेतन से मना कर दिया गया, क्योंकि वे एक माह से काम पर ही नहीं जा पाए हैं।
पुलिस लेकर कराएंगे जांच
हंगामे की सूचना के बाद एसडीएम प्रणव सिंह और एएसपी तारकेश्वर पटेल फोर्स के साथ पहुंचे और लोगों से बात कर उन्हें समझाया, तब लोग हटे। वहां दूसरे अफसरों को भी बुलाया गया। उन्होंने बताया कि राशन दुकान से हर किसी को फ्री में राशन दिया जा रहा है। हेल्थ अफसरों ने यह भी बताया कि अधिकारियों के अनुसार वहां लगातार मरीज मिल रहे हैं। लेकिन उनके संपर्क में आने वालों की जांच नहीं हो पा रही है। इसलिए अब स्वास्थ्य विभाग की टीम पुलिस लेकर जांच करने जाएगी। जबकि लोगों का दावा है कि अधिकांश लोगों का टेस्ट हो चुका है। पाजिटिव लोगों को अस्पताल भेजा जा चुका है। इसके बावजूद इलाके को खोला नहीं जा रहा है।
बैजनाथपारा में पुलिस की मौजूदगी में लगाए बेरिकेड
डेढ़ दर्जन कोरोना पाजिटिव मिलने की वजह से बैजनाथपारा को सील करते ही वहां काफी फोर्स पहुंच गई। प्रशासन ने अभी स्पष्ट नहीं किया है, लेकिन लोगों ने बताया कि वहां भी कोरोना मरीजों को प्राइमरी कांटेक्ट की जांच नहीं हो पाई है, क्योंकि लोग तैयार नहीं हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि बुधवार रात वहां कुछ लोगों के सैंपल लिए गए हैं। इनकी जांच रिपोर्ट दो दिन में आएगी। नए पाजिटिव नहीं मिले तो कंटेनमेंट एरिया 14 दिन में खोल दिया जाएगा। लेकिन अगर पाजिटिव मिले को उनके कांटेक्ट की जांच की वजह से सील करने का वक्त बढ़ भी सकता है। हालांकि वहां के लोगों का कहना है कि सभी 16 मरीज 4-5 दिन पहले मिल गए थे। तब कंटेनमेंट जोन नहीं बनाकर अब बनाना समझ के परे है। बैजनाथपारा की सभी सड़कें पूरी तरह सील नहीं हुईं, बल्कि कुछ खास परिसरों को छोड़कर बेरिकेड लगाए गए है, इस पर भी सवाल उठ रहे है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2DMLcCP
No comments:
Post a Comment