बंगाल की खाड़ी में मानसून का नया सिस्टम बनने से प्रदेश में अगले 24 घंटों के दौरान एक-दो जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। अधिकांश स्थानों पर मंगलवार को हल्की से मध्यम बारिश या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं। उत्तर भारत से लेकर मध्य हिस्से में कुछ मानसूनी सिस्टम के साथ-साथ बंगाल की खाड़ी में भी कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इसी के असर से अगले 48 घंटे तक प्रदेश में मानसून सक्रिय रहेगा। मौसम विज्ञानियों के अनुसार गंगानगर, हिसार, बदायूं, गोंडा, आजमगढ़, गया, जमशेदपुर, दीघा और उसके बाद दक्षिण पूर्व-दिशा की ओर उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक मानसून द्रोणिका है। एक चक्रवाती घेरा पश्चिम बंगाल और उसके आसपास बांग्लादेश के ऊपर 2.1 किलोमीटर से 3.1 किमी ऊंचाई तक है। दूसरा चक्रवाती घेरा 3.1 किमी से 4.5 किमी ऊंचाई तक उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी उसके आसपास है। एक पूर्व-पश्चिम शियर जोन 16 डिग्री उत्तर में 5.8 किलोमीटर से 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक है। इन सिस्टम की वजह से 4 अगस्त को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने या गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।
प्रदेश के एक-दो स्थानों पर भारी से अतिभारी वर्षा होने की संभावना है। बारिश की वजह से राज्य में ज्यादातर जगहों पर दिन का तापमान कम रहेगा। राजधानी रायपुर में आसमान में हल्के बादल रहेंगे। शाम-रात में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।

अभी औसत से छह फीसदी कम वर्षा
जुलाई में हुई कम बारिश के कारण प्रदेश में औसत वर्षा सामान्य से नीचे पहुंच गई है। छह जिले औसत से कम बारिश वाले हैं। सूरजपुर, महासमुंद और कोडागांव में ही बारिश औसत से अधिक है। 18 जिलों में बारिश सामान्य के बराबर है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार सामान्य से 19 प्रतिशत कम या अधिक को सामान्य वर्षा के करीब है।
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