 
बीते 4 दिन में 101 कोरोना पॉजिटिव केस मिलने और शनिवार को 32 पॉजिटिव केस मिलने के साथ ही जिले में कोरोना पॉजिटिव केस की संख्या 301 पार हुई। अनलॉक के बाद से कोरोना संक्रमण की रोकथाम में जिला प्रशासन पूरी तरह फेल साबित हो रहा है।
लगातार कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद बार्डर सील नहीं करना अब तक की सबसे बड़ी लापरवाही मानी जा रही है। कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही जिले में नए कोविड अस्पताल स्थापित करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। जिले में चौथे दिन कोरोना संक्रमण ने कहर बरपाया और यहां 32 पाजिटिव केस मिले। इसमें से 10 पाजिटिव केस चरचा कालरी में मिले। शनिवार को कोरोना संक्रमण को लेकर कोई अच्छी खबर नहीं आई, क्योंकि शनिवार को सबसे अधिक 32 कोरोना पॉजिटिव केस ट्रेस किए गए। जिले में कोरोना संक्रमण नियंत्रण से बाहर हो रहा है। बीते 4 दिन के भीतर जिले में 101 पाजिटिव केस मिलने के बाद प्रशासन सिर्फ संक्रमितों के इलाज के लिए कोविड अस्पताल में बेड बढ़ाने और लाेगाें से सहयोग करने की अपील की जा रही है। हकीकत में सड़क पर सबकुछ सामान्य देखने को मिल रहा है। वहीं दूसरी ओर अगले माह से संभावित कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की बढ़ने वाली संख्या को ध्यान में रखते हुए उनके इलाज की व्यवस्था करने में जिला प्रशासन जुट गया है। सलका में संचालित लाइवलीहुड काॅलेज को 100 बेड का कोविड अस्पताल बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। वहीं चरचा में अब तक सबसे अधिक पाजिटिव के मामले सामने आए है। जिसे ध्यान में रखते हुए चरचा कालरी में भी कोविड सेंटर शुरू कर दिया गया है।
हालात की समीक्षा करने कलेक्टर ने ली बैठक
बैठक में सीएमएचओ ने शुक्रवार को 23 नए केस मिलने की जानकारी कलेक्टर को दी। चरचा कॉलरी में कर्मचारियों की रैंडम सैंपलिंग कराने का भी सुझाव दिया, जिससे संक्रमण की समय रहते पहचान की जा सके। इसके साथ ही कलेक्टर ने एसईसीएल हॉस्पिटल और गेस्ट हाउस को भी तैयार रखने जीएम से चर्चा की। बैठक में लिए में कलेक्टर एसएन राठौर ने अधिकारियों को लोगों से कड़ाई के साथ नियमों का पालन कराने, साथ ही जरूरत पड़ने पर नए आइसोलेशन सेंटर बनाने के निर्देश दिए हैं।
कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा
गौरतलब है कि 19 अगस्त से जिले में कोरोना पाॅजिटिव केस के मिलने का सिलसिला शुरू हुआ, जो अब थमने का नाम नहीं ले रहा है। मेडिकल से जुड़े जानकारों की मानें तो बीते 4 दिन से पाॅजिटिव केस के जो मामले सामने आए हैं, उसका मुख्य कारण कम्युनिटी ट्रांसमिशन है, जो अब नियंत्रण से बाहर हो चुका है।
जनप्रतिनिधि तोड़ रहे नियम, कार्रवाई नहीं
मुंह में मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन कराने में जिला प्रशासन भले की सड़कों पर सक्रिय दिख रहा है, लेकिन राजनीतिक दलों के प्रदर्शन और कार्यक्रमों में जुटने वाली भीड़ के खिलाफ कोई कार्रवाई अब तक नहीं की गई। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ते जा रहा है।
यहां इतने पॉजिटिव केस
शनिवार को चौथे दिन भी चरचा कालरी से 10 पाॅजिटिव के मिले। इसके अलावा चिरमिरी-खड़गवां में 8, बैकुंठपुर-पटना 7, जनकपुर 4, सोनहत 2, मनेंद्रगढ़ 1 कोरोना पाॅजिटिव केस को ट्रेस किया गया है।
सीएचसी में भर्ती मरीज सहित उसकी पत्नी मिली कोरोना पॉजिटिव
सोनहत | सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती एक मरीज सहित उसकी पत्नी के शनिवार को कोरोना पॉजिटिव मिलने पर अस्पताल में हड़कंप मच गया है। ब्लाॅक में एक ग्रामीण दंपती के कोरोना पॉजिटिव मिलने से सामुदायिक संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। बताया जाता है। कि कोरोना पॉजिटिव दंपती की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। वो ग्राम पंचायत केशगवां के वार्ड क्रमांक 7 के निवासी है। दोनों पति-पत्नी मजदूरी करते थे। इस वजह से इनका कई लोगों से संपर्क हुआ होगा। वहीं पर अस्पताल में भी चिकित्सक सहित कुछ कर्मचारियों के कोरोना मरीज के संपर्क में आने की बात बताई गई है। सुबह बुखार होने पर पति को सोनहत अस्पताल में भर्ती किया गया था। इसके बाद मरीज और उसकी पत्नी का रेपिड टेस्ट से कोरोना जांच की गई। इसमें दोनों के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। स्वास्थ्य विभाग इसकी जानकारी जुटा रहा है। वहीं कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ग्राम केशगवां के कंटेनमेंट जोन में घर-घर सर्वे कर रहा है।
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