छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे ओडिशा के दघोरा रेंज में चार ग्रामीणों पर हमला करने वाले नर तेंदुए का शव बुधवार की सुबह रेलवे ट्रैक पर मिली। मृत तेंदुए का शरीर दो भागों में कटा हुआ था। वन मंडल और आरपीएफ की टीम शुरुआत में तेंदुए की हत्या का अनुमान लगा रहे हैं, लेकिन विशेषज्ञों द्वारा प्रारंभिक जांच के बाद तेंदुए की मौत रेल दुर्घटना में होने की बात अफसर कर रहे हैं। मृत नर तेंदुए की उम्र एक्सपर्ट करीब चार वर्ष बताई है।
सुंदरगढ़ जिले के दघोरा रेंज के ग्राम बड़रंपिया में मंगलवार की देर शाम अचानक तेंदुआ घुस गया। गांव में उसने नलिनी बिस्वाल 40 वर्षीय महिला, निरंजन भोई 30 वर्ष, परमेश्वर भोई 50 वर्ष और केसबा 50 वर्ष पर हमला किया। इन सभी को गंभीर चोट आई। चारों को उपचार के लिए हिमगीर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
फॉरेस्ट की टीम के साथ ग्रामीण रात भर गांव में गश्त कर सुबह लौट रहे थे, तभी 7.30 बजे करीब उन्हें सूचना मिली की तेंदुए का शव रेलवे ट्रैक पर पड़ा हुआ है। तत्काल इसकी सूचना रेंजर और डीएफओ को दी गई। मौके पर एक्सपर्ट की टीम ने प्रारंभिक जांच के बाद रेल हादसे में तेंदुए की मौत होने की बात कही। इसके बाद पीएम कर शव का पोस्ट मार्टम किया गया। हालांकि अबतक पीएम रिपोर्ट नहीं आई है।
क्षेत्र में इससे पहले हाथियों की भी हो चुकी है मौत
जामगांव, दघोरा और ब्रजराजनगर में बीच रेल हादसे में हाथियों की मौत हो चुकी है। क्षेत्र में यह दूसरी बड़ी घटना है। वन्य संरक्षण से जुड़े पदाधिकारियों के अनुसार वन्य प्राणियों के गुजरने के लिए अंडर पास जैसे विकल्प बनाने चाहिए ताकि दुर्घटना न हो।
रात में गुजरने वाली ट्रेनों की डिटेल फॉरेस्ट ने मांगी
इस घटना के बाद रेलवे से फॉरेस्ट ने रात भर में रूट से गुजरने वाली ट्रेनों की जानकारी मांगी है। सुंदरगढ़ डीएफओ का कहना है कि मामले में पीएम रिपोर्ट के आधार पर पीओआर दर्ज किया जाएगा। रिपोर्ट में मौत का कारण और समय दोनों स्पष्ट हो जाएंगे।
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