रविवार को कोरोना से बालोद ब्लॉक के ग्राम मेड़की व डौंडी ब्लॉक के दल्लीराजहरा के दो लोगों की मौत हो गई। जिसकी पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने की है। जिला मुख्यालय से 3 किमी दूर ग्राम मेड़की निवासी अभिषेक श्रीवास्तव उर्फ मुटाणु (26) की एआरटी टेस्ट किट में कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मौत दोपहर 2.30 बजे हो गई।
वहीं दल्लीराजहरा निवासी घनश्याम चौहान (54) की मौत के बाद कोरोना जांच रिपोर्ट एआरटी किट में पॉजिटिव आई है। डौंडी बीएमओ डॉ. एन ठाकुर ने बताया कि गाइडलाइन अनुसार घनश्याम का अंतिम संस्कार मुक्तिधाम में किया गया। दो मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से अपील की जा रही है कि हल्की सर्दी, खांसी, बुखार भी हो तो डॉक्टरों से सलाह लेकर ही दवाई खाएं, क्योंकि मेड़की के युवक को पिछले पांच दिनों से सर्दी, जुकाम, बुखार के साथ सांस लेने में तकलीफ हो रही थी।
लेकिन युवक दवाई लेकर घर में ही इलाज करवाता रहा। रविवार को सुबह 11 बजे स्थिति बिगड़ गई। उनके भाई विकास श्रीवास्तव ने परिवार के लोगों को जानकारी दी। जिसके बाद एंबुलेंस से इलाज के लिए जिला अस्पताल बालोद लाया गया।
दो साल पहले शादी, एक साल का बच्चा: अभिषेक की शादी दो साल पहले ही हुई थी। एक साल का बच्चा है। वह अपने भाई, पत्नी व मां के साथ रहता था। कुछ साल पहले उनके पिता की मौत हुई थी।
तड़पकर ऑक्सीजन मास्क बार-बार निकालता रहा
युवक को बालोद लाने के बाद सबसे पहले कोरोना टेस्ट एआरटी किट से की गई। जिसमें पॉजिटिव आने की पुष्टि हुई। इस दौरान युवक को सांस लेने में ज्यादा तकलीफ होने लगी। उसे आक्सीजन लगाने पर बार-बार उसके मास्क को निकाल कर फेंकता रहा। स्थिति नाजुक होते देख संजीवनी 108 एम्बुलेंस के माध्यम से रायपुर रेफर भेजने की सलाह दी गई। रायपुर के लिए निकले थे, तभी सिकोसा के पास युवक ने अंतिम सांस ली।
हालात ऐसे कि मां व पत्नी अंतिम दर्शन नहीं कर पाए
शाम 5.20 मिनट में कोरोना संक्रमित युवक के शव को प्रशासन की निगरानी में मेड़की के मुक्तिधाम में लाया गया। मौत की खबर मिलने के बाद गांव में मातम सा छा गया। जब शव वाहन गांव से मुक्तिधाम की ओर गुजरी तो गांव के अधिकांश लोगों के आंखों से आंसू निकल पड़ें। कोरोना के कारण युवक की मां व पत्नी रोकर लगातार अंतिम दर्शन के लिए गुहार लगाते रहे। इस दौरान गांव प्रमुखों ने सांत्वना देकर परिवार वालों को घर पर रहने कहा।
स्वास्थ्य बिगड़ने का इंतजार न करें, इससे जोखिम बढ़ेगा
स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी सीएमएचओ व सिविल सर्जन डॉ. एसएस देवदास ने बताया कि युवक की तबीयत पिछले पांच दिनों से खराब था। जब स्थिति हद से ज्यादा खराब हो गई तब अस्पताल लाया गया। हम बार-बार लोगों से अनुरोध कर रहे हैं कि थोड़ा भी स्वास्थ्य खराब है तो जांच करवा लें, सुरक्षित हो जाएं। तबीयत बिगड़ने का इंतजार न करें क्योंकि इससे जोखिम बढ़ेगा।
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