
अनुमंडल मुख्यालय के बंशीधर नगर से मजदूरों का पलायन का सिलसिला फिर से शुरू हो गया है। प्रतिदिन 80 से 100 मजदूर रोजगार की तलाश में बसों से पलायन कर रहे हैं। दूसरी ओर अन्य राज्यों से पहुंचे लगभग 4000 प्रवासी श्रमिकों को मनरेगा से पर्याप्त रोजगार उपलब्ध कराने के दावे प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी रवि शंकर सिंह कर रहे हैं। वे बताते हैं कि लगभग 40 से 50 लोग प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत राजमिस्त्री के तौर पर कार्य कर रहे थे। वहीं अन्य लोग भी अलग-अलग तरह के स्कीमों में अपना रोजगार कर रहे हैं। लेकिन कोरोना संक्रमण काल के शुरुआती दौर में लॉकडाउन लगने के कारण मजदूर गांव लौट आए थे।
कुछ ही दिनाें में लाैटने लगे वापस... कुछ दिन गांव में खेती-बारी की, मनरेगा में मिलती है मात्र 194 रु. मजदूरी, नहीं हो पा रहा है गुजारा
कुछ दिनों तक खेती-बाड़ी करते गांव में रहें गांव में रोजगार का संकट पैदा होता देख श्रमिक फिर से बड़े शहरों की ओर पलायन करने लगे हैं। अनुमंडल मुख्यालय के बंशीधर नगर प्रखंड के कुषदंद गांव, जंगीपुर गांव, कोलझिंकी सहित अन्य गांवों से बड़ी संख्या में मजदूर लखनऊ, दिल्ली, मुंबई की ओर पलायन कर रहे हैं। लखनऊ जाने के लिए निकले महेंद्र पासवान, बीगू पासवान, धर्मजीत पाल सहित अन्य ने बताया कि बाहर में सरिया शटरिंग काम करने के लिए लखनऊ जा रहे हैं। वह कहते हैं कि गांव घर छोड़कर बाहर जाना अच्छा नहीं लगता। लेकिन यहां काम भी नहीं है और मजदूरी भी बहुत कम है। वर्तमान समय में क्षेत्र में प्रति व्यक्ति मजदूरी 194 रुपए है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3lcT549
No comments:
Post a Comment