एक वर्ष में शहर की सफाई व्यवस्था में बड़ा बदलाव हाेगा। 18 माह बाद एक बार फिर शहर की सफाई की जिम्मेवारी कंपनी को सौंपी गई है। सफाई में फेल होने पर जून 2019 में एस्सेल इंफ्रा कंपनी को टर्मिनेट कर दिया गया था। इसके बाद नगर निगम खुद सफाई कर रहा था। लेकिन अब दिल्ली की कंपनी सीडीसी को घरों से कूड़ा उठाने का ठेका दिया गया है। वहीं बेंगलुरू की जोनटा कंपनी को मिनी कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन और शहर के डस्टबिन से कूड़ा उठाने का ठेका दिया गया है।
सीडीसी कंपनी एक जनवरी से कुछ वार्ड के घरों से कूड़ा उठाएगी। अप्रैल से 53 वार्डों के 2 लाख से अधिक घरों से कूड़े का उठाव होगा। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के प्राइमरी वर्क के तहत डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन और सेकेंड्री वर्क के तहत कूड़ा के ट्रांसपोर्टिंग वर्क का उद्घाटन मंगलवार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया। उन्होंने कूड़ा वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मौके पर नगर आयुक्त मुकेश कुमार व अन्य अधिकारी मौजूद थे।
2 लाख घरों में लगेगी रेडियो फ्रीक्वेंस मशीन
शहर के 2 लाख से अधिक घर में रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन मशीन लगेगी। सभी का अलग कोड होगा। इसी कोड से पहचान होगी कि संबंधित घर से कूड़ा उठा या नहीं। इसके लिए सफाईकर्मी को चिप लगा आई कार्ड दिया जाएगा। कूड़ा उठाने के बाद सफाईकर्मी जैसे ही कार्ड को चिप के पास ले जाएगा, मशीन हरा सिग्नल देगी। यह निगम के कमांड कंट्रोल रूम तक पहुंचेगा।
गीला-सूखा कूड़ा अलग-अलग रखना होगा
कूड़ा उठाव के लिए सभी वार्ड में स्मार्ट डस्टबिन लगेंगे। 75 स्थानों पर 222 अंडरग्राउंड और सेमी अंडरग्राउंड सेंसर युक्त डस्टबिन लगेंगे। 250 वाहनों से सूखा-गीला कूड़ा को मिनी कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन व सेंसर युक्त डस्टबिन से निकाल कर झिरी डंपिंग यार्ड पहुंचाया जाएगा।
इस बार अलग क्या...
पिछले 10 वर्षों में दो बार निजी हाथों में शहर की सफाई की कमान सौंपी गई, लेकिन दोनों कंपनियां फेल हो गईं। क्योंकि एक ही कंपनी ने घर से कूड़ा उठाने से लेकर डिस्पोजल तक का काम लिया था। इस बार निगम ने तीन कंपनियों को काम बांटा गया है। कूड़ा उठाने के लिए सीडीसी और झिरी तक पहुंचाने के लिए बेंगलुरू की कंपनी जोनटा को काम दिया है। झिरी डंपिंग यार्ड में कूड़ा डिस्पोजल के लिए गेल इंडिया को जमीन दी जाएगी।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम- समारोह स्थल पर जांच के बाद दी गई इंट्री, एक युवक के पर्स से मिला ब्लेड
हेमंत सरकार की पहली वर्षगांठ को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे। समारोह स्थल की इंट्री प्वाइंट पर सभी की मेटल डिटेक्टर से जांच की गई। बोतलबंद पानी भी ले जाने की इजाजत नहीं थी। बुजुर्गों को उनकी लाठी की जांच के बाद ही आगे जाने दिया गया। जांच में एक युवक के पर्स से पुलिस काे ब्लेड मिला। युवक ने बताया कि सेविंग करने के लिए बाजार ब्लेड खरीदा था, जाे गलती से पर्स में ही रह गया। ब्लेड जब्त करने के बाद उसे कार्यक्रम स्थल भेज दिया गया।
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