
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जारी लॉकडाउन ने छात्रों की लाइफ स्टाइल को बदल दिया है। छात्र के लिए अभी टेलीविजन और मोबाइल ही पढ़ाई का एकमात्र सहारा है। 35 दिन पहले बच्चों के हाथों में जब मोबाइल आ जाता था तो अभिभावक डांट फटकार करने लगते थे। लेकिन समय ऐसा बदला कि अभिभावक ही अब बच्चों के हाथों में मोबाइल दे रहे हैं ताकि पढ़ाई पूरी हो सके। लॉकडाउन में बंद पड़े शैक्षणिक संस्थानों ने छात्रों के लिए ऑनलाइन शिक्षण के साथ कई विकल्प आजमा रहे हैं। पढ़ाई के साथ छात्रों के डेली रूटीन को भी मेंटेन करने का प्रयास किया जा रहा है। जिले के पिपरा प्रखंड स्थित डीएस इंग्लिश बोर्डिंग स्कूल व डीएस प्ले स्कूल भी इस पहल में शामिल हैं। इन स्कूलों द्वारा क्लास वाइज व्हाट्सअप ग्रुप बना रखा है। ग्रुप के माध्यम से शिक्षक क्लास रूम बनाकर क्लास लेते हैं फिर उसकी वीडियो बनाकर व्हाट्सअप ग्रुप में शेयर करते हैं। स्टूडेंट्स वीडियो का सहारा लेकर पढ़ाई करते हैं और समस्याएं आने पर शिक्षक से ग्रुप में ही सवाल पूछते हैं।
14 व्हाट्सअप ग्रुप के माध्यम से हो रही पढ़ाई : डीएस इंग्लिस बोर्डिंग स्कूल के निदेशक एम वली ने बताया कि स्कूल के शिक्षकों द्वारा पिछले 15 दिन से व्हाट्सअप ग्रुप के माध्यम से बच्चों को पढ़ा रहे हैं। शिक्षकों द्वारा बच्चों की पढ़ाई के लिए 14 व्हाट्सअप ग्रुप तैयार किया गया है। हर वर्ग के बच्चों को अलग-अलग ग्रुपों में एक साथ किया गया है और सभी विषयों के शिक्षक अपने-अपने वर्ग के ग्रुपों को डिजिटल तरीके से बच्चों को वीडियो के माध्यम से पढ़ा रहे हैं। यह प्रक्रिया हर दिन सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक सभी शिक्षकों के सहयोग से चल रहा है। निदेशक एम वली ने बताया कि ऑनलाइन कक्षा संचालन के लिए स्कूल के प्राचार्य जितेन्द्र कुमार झा, प्रबंधक चेतन वर्मा, प्ले स्कूल के प्राचार्य दीपक इलयास, ओम प्रकाश, अक्षय गुप्ता, राजीव सिंह, कविता सिंह, पंकज झा, अंकित भगत, शिवराम यादव, नंदन चौधरी, विवेक थापा, सावित्री थापा आदि धन्यवाद के पात्र हैं।
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