(सतपाल)
राज्य में पूर्व डीएसपी जगदीश भोला और राजा कंदोला के इंटरनेशनल ड्रग रैकेट के बाद अब तीसरा बड़ा इंटरनेशनल ड्रग रैकेट ब्रेक हुआ है। कपूरथला पुलिस ने 16 मई को पकड़े जालंधर के हरगोबिंद नगर के नेकदीप उर्फ सन्नी से पूछताछ में सामने आया कि इस रैकेट ने पिछले डेढ़ साल में करीब 400 किलो चिट्टे की डिलीवरी सूबे में दी है।
रैकेट का किंगपिन दुबई में बैठा अमृतसर के गांव बजीर भुल्लर का नवप्रीत सिंह है। उसी के कहने पर नेकदीप डिलीवरी करता था। नेकदीप से ही कपूरथला के एक बड़े कांग्रेसी नेता के चेले ओंकार सिंह कारी ने 4 किलो चिट्टे की डिलीवरी ली थी। पुलिस ने कारी को अरेस्ट कर लिया है। एसपी मनप्रीत सिंह ढिल्लों का कहना है कि रैकेट जरूर ब्रेक हुआ है, मगर अभी कुछ सार्वजनिक नहीं कर सकते।
कपूरथला में नेता के करीबी को सप्लाई देने के बाद हुआ भंडाफोड़
पुलिस को सूचना मिली थी कि कपूरथला के गांव बूटा का ओंकार सिंह कारी शराब माफिया के साथ चिट्टे की डील में लिप्त है। 16 मई को एसपी मनप्रीत सिंह ने सीआईए स्टाफ के साथ मिलकर कपूरथला में 1 किलो चिट्टे की सप्लाई देने आए नेकदीप कुमार को अरेस्ट किया। पता चला उसके तार कारी से जुड़े हैं। पुलिस पूछताछ में नेकदीप ने पूरे रैकेट के बारे में खुलासा किया और कहा उनका नेटवर्क 400 किलो चिट्टे की सप्लाई दे चुका है। वह खुद 80 किलो चिट्टे की सप्लाई अमृतसर के रजिंदर गंजा को देकर आया था। उधर, रजिंदर की तलाश में एक विशेष पुलिस पार्टी अमृतसर में डेरा जमा कर बैठी है।
कांग्रेसी नेता के चेले की गिरफ्तारी को लेकर राजनीतिक दबाव
नेक ने माना कि नवप्रीत ने ही उसे ओंकार सिंह कारी के पास दो बार 2-2 किलो चिट्टे की डिलीवरी के लिए भेजा था। कारी उस पर अपना प्रभाव बनाने के लिए एक बड़े कांग्रेसी नेता से फोन पर सीधी बात कर लेता था। कारी ने कहा था कि आधा पंजाब तो साडे शेर लीडर दी दारु बेच रिहा।
पुलिस ने जब नेता के चेले को पकड़ा तो कपूरथला पुलिस पर सीधा दबाव आ गया। कारी की गिरफ्तारी के बाद तो सीनियर अधिकारी अब खुल कर बोलने को तैयार नहीं है। वहीं, पुलिस को नेकदीप और नवप्रीत के एक जॉइंट अकाउंट के बारे में भी पता चला है। नेकदीप के एक अगल खाते में भी मोटी रकम बताई गई है। पुलिस खाते सील करवा चुकी है।
नशे से खरीदी गई जमीन
नेकदीप की जायदाद को लेकर एक टीम जांच कर रही है। पुलिस को पता चला है कि नवप्रीत ने ड्रग के पैसे से ही जमीन खरीदी है। पुलिस अपने स्तर पर नवप्रीत से जुड़े लोगों की लिस्ट तैयार कर रही है, ताकि 2016 के बाद से इन लोगों ने कहां-कहां जमीन खरीदी है। पुलिस यह पुख्ता करने में जुटी है कि नवप्रीत दुबई में ही है या फिर नेकदीप झूठ बोलकर उसे बचा रहा है।
जेल में रखी गई थी रैकेट की नींव
नेकदीप ने माना कि करीब 4 साल पहले की बात है। उसका 1 लड़की से अफेयर था, लेकिन बाद में अनबन हो गई। लड़की ने सुसाइड कर ली। इसके बाद वह जेल चला गया। वहां किसी केस में नवप्रीत बंद था। किसी तरह बेल पर वह आ गया। जेल से आने के बाद लुधियाना में डेकोरेशन का काम शुरू किया था। करीब डेढ़ साल पहले नवप्रीत उससे मिला और कहा कि 2 साल में हम अरबपति हो जाएंगे। इसके बाद वह उसका साथी बन गया था। उसका काम नवप्रीत की बताई गई जगह से चिट्टा लेकर आना और डिलीवरी देना होता था। पुलिस को नेकदीप से काफी सारे मोबाइल नंबर मिले है। जिस पर होमवर्क किया जा रहा है।
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