जिले के पूर्व एसपी एवं नगर ऊंटारी के लोकप्रिय एसडीपीओ के रूप में अपनी सेवा दे चुके आलोक कुमार के निधन की खबर मिलने से चितविश्राम गांव के लोग स्तब्ध हैं। गांव के लोगों में शोक छा गई। इस बाबत पर्यावरण जागृति के सदस्यों ने दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर तेजप्रताप पांडेय ने कहा कि आलोक जी का जो कृति और कर्तव्य है।
उसे हम भुला नहीं सकते। चितविश्राम के लोगों को वह अपार स्नेह देते थे। उनके निधन से उन्हें काफी दुःख हुआ है। अशोक कुमार सिंह ने कहा की इतने बड़े अफसर में जो विनम्रता एवं सहजता थी। वह विरले किसी में होती है। कड़क अफसर होने के साथ गरीबों के दुख दर्द को भली-भांति समझते थे। शिक्षक अखिलेश प्रसाद ने कहा की पुलिस अफसर होते हुये भी जितनी धार्मिक प्रवृत्ति उनमें थी।
भगवान उन्हें अपने चरणों में जगह दें। कांति कुमारी ने कहा की आज हमने एक पारिवारिक सदस्य खो दिया। उन्होंने कहा कि मेरा उनसे पारिवारिक संबंध था और जब यहां के एसपी बनकर आये तो भी वह भूले नहीं। प्रोफेसर इंदु भूषण चतुर्वेदी ने कहा आलोक कुमार का जाना ना केवल पुलिस विभाग की बल्कि एक गरीब के विषय में सोचने वाला अफसर हम सबों के बीच से चला गया। पर्यावरण जागृति के सचिव कमलेश कुमार पांडेय ने कहा कि आलोक जी पुलिस अफसर होने के साथ प्रकृति और पर्यावरण प्रेमी थे।
जो पुलिस के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से पर्यावरण और प्रकृति की चिंता करते थे। 2004 से ही हमलोगों के बीच पर्यावरण के कारण अटूट रिश्ता बनता चला गया। आज हम सभी उनके निधन से स्तब्ध हैं, भगवान ऐसे लोगों को ही जल्दी पूछता है। शोक सभा में वर्चुअल माध्यम से शामिल होते हुये पर्यावरण जागृति के अध्यक्ष धीरेंद्र चौबे ने कहा आलोक जी हम लोगों के अजीज एवं प्रेरणा स्रोत थे।
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