आज रक्षाबंधन है, एक दिन पहले भास्कर के ‘सलामती की डोर’ अभियान का हिस्सा बनते हुए प्रशासन और साईं समिति ने राखियों और मिठाई की न केवल व्यवस्था की बल्कि उन तक ये पहुंचाया भी। ताकि कोरोना वॉरियर्स भी इस त्योहार में खुद को अलग महसूस न कर सकें। जब गीदम के एकलव्य आवासीय विद्यालय के भास्कर की पहल पर दंतेवाड़ा के कोविड अस्पताल व क्वारेंटाइन सेंटर में ड्यूटी कर रहे 200 कोरोना वॉरियर्स के पास राखियां व मिठाई पहुंचाई गई। चुनौती के बीच कोरोना से जंग लड़ने वाले कोरोना वॉरियर्स को भास्कर, कलेक्टर ने सम्मान पत्र देकर सम्मानित भी किया।
कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा कि त्योहार के दिन कोरोना वॉरियर्स परिवार से दूर रहकर ड्यूटी कर रहे हैं। हम सभी का सम्मान करते हैं। इधर क्वारेंटाइन सेंटर में ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों ने कहा कि अब तक हम मायूस थे, लेकिन अब ऐसा लग रहा हमारे साथ सभी हैं। सीईओ अश्वनी देवांगन, एसडीएम लिंगराज सिदार सहित प्रशासन की पूरी टीम, गीदम नगर पंचायत अध्यक्ष साक्षी शिवहरे सुराना भास्कर की इस पहल की सहभागी बनीं।
क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे 250 मजदूरों के लिए कलेक्टर ने भिजवाई सलामती की डोर
इधर कलेक्टर दीपक सोनी ने क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों के लिए राखी व मिठाई भिजवाई। तहसीलदार व ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी जब यहां क्वारेंटाइन हुए लोगों के पास राखियां लेकर पहुंचे तो वे सभी बहुत खुश हुए। दरअसल दंतेवाड़ा में अभी 11 क्वारेंटाइन सेंटर में 250 लोग क्वारेंटाइन हैं। इनमें वे हैं जो दूसरे राज्यों की यात्रा कर वापस लौटे हैं। कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा कि क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे लोग अवधि पूरी होने तक परिवार से दूर हैं। त्योहार में भाइयों की कलाई सूनी न रहे इसलिए राखियां भिजवाई हैं।
क्वारेंटाइन सेंटर के भाइयों को राखी बांधूंगी: अनिता
क्वारेंटाइन सेंटर में ड्यूटी करने वाली भृत्य अनिता यादव ने कहा कि 25 दिनों से घर नहीं गई हूं। 3 भाई हैं जो घर पर हैं। उन्हें इस बार राखी नहीं बांध पाऊंगी। लेकिन अब मुझे राखियां मिल गई हैं, मैं यहां मेरे साथ ड्यूटी करने वाले भाइयों को राखी बांधूंगी। यहां ड्यूटी कर रहे कर्मचारी दिनेश बागमरिया सहित अन्य ने इसे बड़ा उपहार बताया । भास्कर,प्रशासन व साईं समिति को इसके लिए धन्यवाद भी दिया।
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