रक्षाबंधन पर बहनों ने पूजा-अर्चना करने के बाद भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर ईश्वर से उनकी दीर्घायु की कामना की। वहीं भाइयों ने बहनों को रुपए व उपहार देने के साथ रक्षा करने का वचन दिया। लॉकडाउन के दौरान प्रशासन ने सुबह 6 से 10 बजे तक मिठाई और राखी की दुकानों को खोलने की छूट दी थी। इस दौरान दुकानों में भीड़ जुटी रही। कई जगह तो जाम की स्थिति बनी रही। कहीं भी साेशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया।
दंतेश्वरी मंदिर के पुजारी केके पाढ़ी ने बताया कि यह त्यौहार सावन महीने के पूर्णिमा को मनाया जाता है। रक्षाबंधन के शुभ मुहूर्त की शुरुआत सुबह 8 बजे हुई, जो रात 8.30 बजे तक जारी थी। इस साल बस्तर की महिलाएं भी खुद राखी बनाकर इसे बेचकर अच्छा पैसा कमाई। बस्तर ब्लाॅक में सरस्वती स्वसहायता समूह की महिला सदस्य हीरामती ठाकुर ने बताया कि समूह में लगभग 11 महिलाएं हैं, जो राखी बनाकर इसे गांव के ही हाट बाजारों में छोटे-छोटे दुकानों और शासन के जितने भी कार्यक्रम हो रहे हैं वहां पर स्टॉल लगाकर बेचीं। उनकी बनाई सुंदर राखियां कम दर पर उपलब्ध होने से लोगों ने खूब खरीदी। यह पहला मौका है जब बस्तर ब्लाॅक की ग्रामीण महिलाएं एकजुट होकर राखी बनाई और इसे बेचक अच्छी आमदनी की।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2Dw654G






No comments:
Post a Comment