कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने वाले कांकेर के एक प्राध्यापक भी कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। ये प्राध्यापक क्वारेंटाइन नियमों के अलावा यूनिवर्सिटी के आदेशों को ताक पर रखकर कांकेर से जगदलपुर पहुंच आए और यहां से लौटने के बाद जब रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन में यूनिवर्सिटी के कई डिपार्टमेंट को सील कर दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार 28 सितंबर को जगदलपुर के पीजी कॉलेज में कांकेर के भानुप्रतापदेव कॉलेज से एक प्रोफेसर एलएलबी के छात्रों का वावया लेने पहुंचे थे। यूनिवर्सिटी ने वायवा के लिए ऑनलाइन का नियम बनाया था। प्रोफेसर को कांकेर से ही छात्रों का ऑनलाइन वायवा लेना था लेकिन प्रोफेसर जबरन नियमों को ताक पर रख जगदलपुर के पीजी कॉलेज पहुंचे। यहां वे करीब 5 घंटों तक रहे। इस दाैरान उन्होंने पीजी कॉलेज के प्रोफेसरों के साथ मिलकर ऑनलाइन वायवा लिया। यहां से वायवा लेने के बाद यूनिवर्सिटी गए और कई अफसरों से मिले।
लौटने के बाद प्रोफेसर की रिपोर्ट पॉजिटिव
सूत्र बता रहे हैं कि नियम विरुद्ध इस दौरे का टीए और डीए भी उन्होंने पीजी कॉलेज प्रबंधन से ले लिया। जबकि कॉलेज प्रबंधन को उन्हें कॉलेज में आने ही नहीं देना था। यहां से लौटने के बाद प्रोफेसर की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। इसके बाद प्रशासनिक कार्यालय और अकादमिक कार्यशाला को सील कर दिया गया है। प्रोफेसर के पॉजिटिव होने के बाद खुलासा हुआ कि वह 28 तारीख से पहले ही कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आ गए थे और उन्हें क्वारेंटाइन रहने कहा गया था लेकिन वे क्वारेंटाइन पूरा होने के पहले ही घर से निकल गए और वायवा लेने यहां आ गए। इधर प्रोफेसर सिर्फ आधे घंटे के लिए ही यूनिवर्सिटी गए थे फिर भी यूनिवर्सिटी के कई डिपार्टमेंट को सील कर दिया गया है जबकि वे वायवा लेने के लिए कई घंटों तक पीजी कॉलेज में थे लेकिन वहां किसी भी डिपार्टमेंट को सील नहीं किया गया है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3h0yJZF
No comments:
Post a Comment