आस्ता थाना क्षेत्र में गौ तस्करी को रोकने को लेकर दो पक्षों में हुए विवाद के बाद दूसरे दिन अस्ता में तनाव की स्थिति बनी रही। ग्रामीण गौ तस्करों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए, गौ रक्षा समिति के कार्यकर्ता सड़क पर उतर कर आंदोलन करना शुरू कर दिए। ग्रामीणों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आस्ता में दोपहर लगभग डेढ़ बजे से चक्का जाम कर दिया। तनाव की स्थिति से निबटने के लिए भारी संख्या में पुलिस जवान तैनात कर दिए गए हैं।
मौके पर एसडीएम जशपुर आकांक्षा त्रिपाठी, एसडीओपी राजेन्द्र सिंह परिहार, तहसीलदार और कोतवाली प्रभारी लक्ष्मण धुर्वे मौके पर पहुंचे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने जिले के बगीचा और मनोरा के साथ बलरामपुर जिले के कुसमी थाना से भी पुलिस बल को बुला लिया। पूरे मामले को लेकर बवाल सोमवार की रात लगभग 8 बजे शुरू हुआ। बताया जाता है कि आस्ता थाना क्षेत्र के ग्राम आमगांव में मवेशियों से भरे एक पिकअप को ग्रामीणों ने रोका। इस मामले को लेकर गौ तस्करों और गौ रक्षा समिति के लोगों के बीच तीखी झड़प हुई। गौ रक्षा समिति के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि तस्करों ने उनके साथ मारपीट किया है। आमगांव में बवाल की सूचना पर आस्ता पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस को आता हुआ देख तस्कर पिकअप और मवेशियों को छोड़ कर मौके से फरार हो गए। मामले में कार्रवाई करते हुए आस्ता पुलिस ने अज्ञात आरोपितों के खिलाफ धारा 294,506,323,147 और कृषि पशु संरक्षण अधिनियम की धारा 4,6 और 10 के तहत अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। मंगलवार को मामले ने उस वक्त गंभीर रूप ले लिया जब गौ रक्षा समिति के सदस्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क पर उतर आए। हाथ में लाठी और डंडा लिए कार्यकर्ता जशपुर कुसमी मार्ग पर धरना में बैठ गए। आस्ता में हो रहे हंगामे की सूचना पर भाजपा नेता और पूर्व मंत्री गणेश राम भगत भी समर्थकों के साथ दोपहर को आस्ता पहुंचे।
आरोपियों के गांव की ओर जाने से पुलिस ने रोका
सोमवार की रात को गौ तस्करों और गौ रक्षा समिति के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के बाद मंगलवार को आस्ता में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई। इसके बाद भारी संख्या में पुलिस बल को आस्ता में तैनात कर दिया गया था। वहीं मौके पर पंहुचे एसडीओपी राजेंद्र सिंह परिहार ग्रामीणों को समझाइश देने में जुटे थे। लेकिन ग्रामीण आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अड़े हुए थे। इसी बीच पूर्व आजाक मंत्री गणेश राम भी मौके पर पहुंच कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए आंदोलन कर रहे ग्रामीणों को समझाइश दी। लेकिन ग्रामीणों ने किसी की बात नहीं सुनी और आरोपियों के गांव खम्हली जाने लगे। हालांकि पुलिस का कहना है कि ग्रामीणों को खम्हली गांव के पहले ही रोक लिया गया।
शिकायत मिलने पर 13 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
"गौ तस्करी को लेकर सोमवार की रात को दो पक्षों में विवाद हो गया। मंगलवार को ग्रामीण आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क पर उतर आए। पुलिस और अन्य अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाइश देकर मामला शांत करा लिया गया है। वहीं इस मामले में 13 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।''
-आरएस परिहार, एसडीओपी जशपुर
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