कलेक्टोरेट कार्यालय में कर्मचारियों को कोरोना के संक्रमण का डर सता रहा है। सोमवार को कलेक्टोरेट के विभिन्न शाखाओं के कर्मचारियों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए संपूर्ण कलेक्ट्रेट परिसर को निर्धारित अवधि के लिए सील करने की मांग की है। कर्मचारियों ने ज्ञापन में कहा है कि इस दौरान वे घर से काम करेंगे।
छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन ने यह ज्ञापन कलेक्ट्रेट में 2 कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित होने के बाद सौंपा है। बीते दिनों नगर निवेश कार्यालय और जनसंपर्क विभाग के एक-एक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इसके अलावा कलेक्टर का सुरक्षा गार्ड भी संक्रमण का शिकार हुआ है। कलेक्टोरेट बिल्डिंग में खनिज विभाग, खाद्य विभाग,उद्योग विभाग, आदिम जाति कल्याण विभाग, सांख्यिकी, कोषालय, रेशम, मत्स्य पालन, क्रेडा सहित कई विभागों के कार्यालय संचालित होते हैं। लिपिक कर्मचारी संघ के अध्यक्ष उमेश प्रधान ने बताया कि हर विभाग के कर्मचारियों का एक दूसरे से काम के सिलसिले में मिलना-जुलना लगा रहता है। सभी विभागों की फाइल अंततः कलेक्टर कार्यालय में ही पहुंचती है।
ऐसे में कोई कितना भी बचाव का प्रयास करें यदि कुछ संक्रमित कर्मचारी होंगे तो सभी कर्मचारी इनके द्वारा संक्रमण के शिकार हो सकते हैं। शिक्षक संघ के राजेश अंबष्ट ने कहा कि यह कर्मचारियों की सुरक्षा का मामला है। कई ऐसे कर्मचारी हैं जिनके घर में बुजुर्ग माता-पिता व छोटे बच्चे हैं, क्योंकि अभी कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं इसलिए सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए कर्मचारियों ने यह मांग उठाई है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2GU8kAs
No comments:
Post a Comment