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Wednesday, November 18, 2020

पेन, चाबी, चूड़ी से भी कर सकती हैं डिफेंस, छिपने के बजाय मदद मांगने की करें काेशिश

महिला सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी और सक्षम महिला, निर्भय महिला कैंपेन के तहत राज्य के विभिन्न जिलों में सेल्फ डिफेंस पर ट्रेनिंग प्रोग्राम रखा गया। ट्रेनर हर्षा साहू ने गर्ल्स और वुमंस को अपनी सुरक्षा करने के तरीके समझाए। उन्होंने बताया, जब भी कोई व्यक्ति आपको किडनैप करने, छेड़खानी करने या चोट पहुंचाने की नीयत से अटैक करता है तो वो सबसे पहले मुंह दबाकर आवाज बंद करने और बेहोश करने की कोशिश करता है। अगर आप इसी शुरुआती कोशिश में पूरी ताकत से उस पर हमला करें तो खुद को बचा सकती हैं। ऐसे मौके पर हमलावर की उंगली अपोजिट डायरेक्शन में मोड़ने की कोशिश करें। उसे काट खाने, उसके पेट पर मुक्का मारने, चेहरे पर पेन या चाबी से हमला करने और पूरी ताकत से धक्का देकर उस जगह से भागने, मदद मांगने की कोशिश करें। आप हाथ की चूड़ी तोड़कर, उससे भी हमला कर सकती हैं। कहीं छिपने के बजाय भागकर भीड़ भरे इलाके में जाएं। मदद मांगें, भीड़ देखकर हमलावर डरकर भाग जाएगा और अपनी जान बचा सकेंगी।

छह जिलों में दे चुकी हैं ट्रेनिंग
ट्रेनर हर्षा ने बताया, मुहिम के तहत अब तक रायपुर के अलावा महासमुंद, जशपुर, धमतरी सहित कई जिलों में लाइव ट्रेनिंग दे चुकी हैं। लॉकडाउन खत्म होने के बाद अब कोरोना संक्रमण से बचने के लिए जरूरी सावधानियां बरतते हुए ट्रेनिंग दी जा रही है। ट्रेनिंग में टेक्निक के साथ प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी दी जाती है। उदाहरण के तौर पर अपहरण कैसे हाेता है, तब किडनैपर क्या करता है और बच्चे या महिलाएं किस तरह की एक्टिवटी करते हैं। किस तरह अपना बचाव कर सकते हैं।

हेल्थ वर्कर के लिए स्पेशल ट्रेनिंग प्रोग्राम
ट्रेनर हर्षा साहू ने बताया, हमने रायपुर की मितानिनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, हेल्थ वर्कर को स्पेशल ट्रेनिंग देने की पहल की है। मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में हेल्थ वर्कर को कई बार देर रात इलाज के लिए जाना पड़ता है। घर लौटते वक्त असामाजिक तत्वों से खुद को कैसे सुरक्षित रखें, इसकी ट्रेनिंग दी जाएगी। शहर के एक वार्ड में प्रोग्राम कंडक्ट किया जा चुका है।

हिम्मत और धैर्य रखना सबसे ज्यादा जरूरी
एक्सपर्ट ने कहा कि विपरीत परिस्थिति में आपके पास हथियार हो या न हो, पर हिम्मत और धैर्य जरूर होना चाहिए। तभी आप हमलावरों से भिड़ सकेंगी। कोई हमला करे तो पेन, बॉटल, चाबी या छाते से उसके पेट या चेहरे पर पूरी ताकत से हमला करें। ये चीजें न हों तो नाक पर पूरी ताकत से मारिए। याद रखिए, आपको लड़ते नहीं रहना, बल्कि डिफेंस कर वहां से निकलना है।

डीओ और पेन की मदद से करें हमला
ट्रेनर ने बताया, कॉलेज गोइंग गर्ल्स हों या वर्किंग वुमन, अक्सर हैंडबैग में डीओ, पेन जैसी एसेसरीज कैरी करती हैं। अगर आप पर कोई अचानक हमला कर दे तो घबराए बिना सीधा उसकी आंखों पर डीओ छिड़कने की कोशिश करें। पेन से हमलावर के चेहरे पर वार करें। उन्होंने बताया, कई एक्सपर्ट हैंडबैग में सेल्फ डिफेंस के लिए मिर्च पाउडर रखने और जरूरत पर उसे यूज करने की सलाह देते हैं, लेकिन कई बार ये देखा गया है कि झड़प के दौरान मिर्च पाउडर का स्प्रे उल्टा महिलाओं पर आ जाता है और ऐसी स्थिति में वो अपना बचाव ठीक से नहीं कर पातीं। ट्रेनर ने हैंडबैग में पेपर स्प्रे, नेलकटर रखने की सलाह भी दी।



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हमलावर से डिफेंस करने की ट्रिक सिखातीं ट्रेनर हर्षा।


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