कोरोना वायरस के कहर के बीच अभी पूरी दुनिया पर यूके स्ट्रेन वाले कोरोना का खतरा मंडरा रहा है। इस खतरे को देखते हुए छत्तीसगढ़ में भी अलर्ट जारी किया गया है और इससे निपटने के लिए इसके मरीज मिलने से पहले ही तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। बस्तर संभाग में यूके स्ट्रेन वाले मरीजों के लिए इलाज की व्यवस्था मेडिकल कॉलेज में की जा रही है। डाॅक्टरों के अनुसार कोविड का यह नया स्ट्रेन बेहद खतरनाक है। ऐसे में जो भी मरीज मिलेंगे उन्हें होम आइसोलेट नहीं किया जएगा। जबकि मेकॉज में अभी जो कोविड वार्ड है उससे हटकर यूके स्ट्रेन के लिए अलग से वार्ड तैयार किया जा रहा है। इस वार्ड में न तो किसी को आने की अनुमति होगी, न ही वार्ड से बाहर कोई सामान या व्यक्ति बिना सुरक्षा नियामकों का पालन करने हुए जा पाएगा।
मेकॉज के कोविड प्रभारी डॉ नवीन दुल्हानी ने बताया कि हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। अभी तक बस्तर में ऐसा मामला सामने नहीं आया है और कांटेक्ट ट्रेसिंग जैसी बात भी नहीं मिली है फिर भी हम इससे लड़ने के लिए तैयारियां कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके लिए सारा सेटअप ही अलग से तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा अभी नए स्ट्रेन की जांच के लिए जोन वाइस व्यवस्था की गई है। बस्तर नार्थ एंड नार्थ इस्ट जोन में आ रहा है। यहां से सैंपल कोलकाता में एनआईबीएमजी या भुवनेश्वर में इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेस में जांच के लिए भेजा जाएगा। नए स्ट्रेन की खास बात यह है कि यह सिर्फ आरटीपसीआर जांच के जरिए ही पकड़ा जा सकेगा।
सीधे अस्पताल में ही होगा इलाज, घर पर नहीं
इधर यूके स्ट्रेन वाले मरीजों या फिर उनके संपर्क में आए लोग खुद को होम आइसोलेट नहीं कर पाएंगे। इसके अलावा ऐसे मरीजों को सरकारी आइसोलेशन सेंटर में भी नहीं रखा जाएगा। सीएमएचओ डाॅ आरके चतुर्वेदी ने बताया कि नए स्ट्रेन को लेकर कई गाइडलाइन हैं। इसके तहत इससे पीड़ित होने वाले या पीड़ित के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों को भी घर पर या आइसोलेशन सेंटर में नहीं रखना है। ऐसे मरीजों को सीधे हॉस्पिटल भेजा जाना है।
वीसी के जरिए दी जाएगी स्पेशल ट्रेनिंग
इधर यूके स्ट्रेन वाले कोविड के मरीजों के इलाज के लिए मेकॉज व स्वास्थ्य विभाग के डाॅक्टरों और अन्य कर्मचारियों के लिए ट्रेनिंग सेशन का आयोजन भी करवाया जा रहा है। इसके लिए दिल्ली और रायपुर के विशेषज्ञ विशेष ट्रेनिंग वीसी के जरिए देंगे। बताया जा रहा है कि जो डाॅक्टर और स्टाफ वीसी के जरिए ट्रेनिंग लेेंगे वे बाकी स्टाफ को ट्रेनिंग देंगे।
जिले के 55 केंद्रों में होगा कोरोना का टीकाकरण, 32 ट्रेनर्स नियुक्त
कोरोना संक्रमण के बचाव एवं रोकथाम हेतु प्रथम चरण कोविड वैक्सीनेशन किया जाएगा। इसके लिए जिला स्तर एवं ब्लाक स्तर पर नियुक्त टीकाकरण अधिकारियों को प्रशिक्षण दिए जाने के लिए 32 कर्मचारियों को मास्टर ट्रेनर नियुक्त किया गया है। जिनका प्रशिक्षण मंगलवार को कलेक्टोरेट के प्रेरणा सभा कक्ष में किया गया। बस्तर जिले में टीकाकरण के लिये 55 केंद्र चिन्हित किया गए है। जिनमें बस्तर ब्लॉक में 7, तोकापाल 9 केंद्र, दरभा 6, लोहंडीगुड़ा 6 , बास्तानार के 4 ,जगदलपुर शहरी के 10, जगदलपुर ग्रामीण के 5, बकावंड के 8 केंद्र में टीकाकरण किया जाना है।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ सीआर मैत्री ने बताया कि वैक्सीन को रखने 54 कोल्ड चेन पाइंट और 60 वैक्सीनेशन सेंटरों का चयन कर लिया गया है। कोविड वैक्सीनेशन के लिए पात्र लाभार्थियों को पहले पंजीकरण कराना होगा। उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर के माध्यम से वैक्सीनेशन और उसके निर्धारित समय के बारे में स्वास्थ्य सेवाओं द्वारा सूचित किया जायेगा. पंजीकरण के लिए फोटो के साथ पहचान पत्र दिखाना अनिवार्य होगा।
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