भानुप्रतापपुर में कोयल की मौत के दूसरे दिन जिले के कोरर में एक कौआ तथा पखांजूर में एक पक्षी की मौत की खबर से बर्ड लू को लेकर दहशत बढ़ती जा रही है। दोनों स्थानों पर सूचना मिलने पर पशु चिकित्सा विभाग की टीम पहुंची। मृत कौआ तथा पक्षी के शव को जांच के लिए भेजा गया है। जांच के बाद ही दोनों के मौत के कारणों का खुलासा हो पाएगा। जिले में लगातार पक्षियों की मौत के मामलों के चलते बर्ड लू को लेकर प्रशासन भी सतर्क हो गया है। पोल्ट्री व्यवसाय से जुड़े लोगों को बुलाकर समझाइश दी जा रही है।
रविवार को पखांजूर स्टाफ कालोनी में एक पक्षी मरा मिला। सुबह कालोनी के लोग उठे तो घर के बाहर आंगन में पक्षी मृत दिखा। बर्ड फ्लू की दहशत के चलते मृत पक्षी को देख दहशत फैल गया। तत्काल कालोनी के लोगों ने पशु चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों को सूचना दी। सूचना मिलने के दो घंटे बाद पशु चिकित्सा विभाग से दो स्टाफ कालोनी पहुंचे और मृत पक्षी के शव को सुरक्षित ढंग से ले गए। कालोनी के लोगों ने मृत पक्षी से दूरी बनाए रखी पर जब देर तक पशु चिकित्सा विभाग का कोई कर्मचारी नहीं पहुंचा तो लोगों ने ही सावधानी पूर्वक पक्षी को झिल्ली में पैक कर दिया।
ज्यादा संख्या में मुर्गियां मरे तो खबर दें: तहसीलदार
पखांजूर तहसीलदार शेखर मिश्रा ने भी सभी पोल्ट्री विक्रेताओं और पोल्ट्री फार्म चलाने वालों की बैठक बुलाई और समझाइश दी। तहसीलदार ने बताया पोल्ट्री विक्रय पर फिलहाल कोई रोक नहीं लगाई गई है पर सभी को समझाइश दी गई है। सभी को कहा गया है की पोल्ट्री मुर्गी में कुछ असमान्य लगे या फार्म में बड़ी संख्या में मुर्गी की मौत हो तो सूचना तुरंत प्रशासन को दें। अन्य राज्य से पोल्ट्री उत्पाद व मुर्गियां, बतख आदि मंगाने पर शासन ने रोक लगा दी है जिसकी जानकारी दी गई। नियमों का पालन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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