वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया शनिवार को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया गया। इस दिन ब्राह्मण समाज के लोगों ने आराध्य भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाया। रानीपुरा स्थित सिद्धनाथ महादेव मंदिर में श्रीगौड़ मालवीय ब्राह्मण समाज के कुछ सदस्यों ने भगवान का पूजन विधान किया। दोपहर 12 से 4 बजे तक सिद्धनाथ महादेव का अभिषेक किया गया। इसके बाद भगवान परशुराम का पूजन-विधान व आरती की गई।
घर में करेंगे पूजन, शाम को जलाएंगे दीप
सर्वब्राह्मण समाज द्वारा रविवार को भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। समाज के प्रवक्ता दीपेश पांडे ने बताया लॉकडाउन का समर्थन करते हुए इस बार परशुराम जयंती पर कोई सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किया है। घर पर ही भगवान का पूजन किया जाएगा। शाम को घर के बाहर दीप जलाकर आराध्य के जन्मोत्सव की खुशियां मनाई जाएगी।
समाज के अध्यक्ष मनीष पुरोहित (भाईजी) ने बताया पूजन विधान के दौरान सोशल डिस्टेंस का पालन किया। इसके चलते समाज के लोगों को इसमें शामिल नहीं किया। लोगों ने घर पर भगवान का पूजन किया। उन्होंने बताया पंडित चेतन उपाध्याय, पंडित शर्मा महाराज, अंकुर शुक्ला, अमित पाठक, शुभम तिवारी, राजेश पुरोहित, पंडित राहुल शुक्ला, पंडित निलेश तिवारी ने पूजन विधान करवाया। पुरोहित ने अभिषेक व पूजन किया। इस दौरान सर्वब्राह्मण समाज की ओर से अश्विन पुरोहित मौजूद थे।
दो दिन मनेगी जयंती
पंडितों में मत-मतांतर होने और दो तिथियों के कारण परशुराम जयंती दो दिन मनाई जाएगी। कुछ लोग उदयकालीन तिथि में रविवार तो कुछ लोग संध्याकाल में तृतीया तिथि न होने से शनिवार को जन्मोत्सव मनाया। पंचांग में शनिवार को जयंती बताई है। उदयकालीन तिथि का पुण्यकाल माना जाता है। इसलिए पुण्यकाल में भगवान लक्ष्मीनारायण का अभिषेक रविवार सुबह करेंगे लेकिन संध्याकाल में भगवान का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इसलिए शनिवार जन्म मनाया गया।
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