सेल की चासनाला काेलियरी के डीप माइंस में शुक्रवार की रात हुए हादसे में सुपरवाइजर महताब आलम (36) की माैत से नाराज सहकर्मियाें ने शनिवार काे कामकाज ठप कर दिया। एक भी मजदूर खदान में नहीं गया। वे शव काे चानक पर रखकर आश्रित काे नाैकरी और मुआवजा देने के साथ-साथ दाेषी अफसराें पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। आखिरकार हादसे के 14 घंटाें बाद महताब की पत्नी काे 4 लाख रुपए मुआवजे देने पर सहमति बनी। झरिया की विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के हाथाें 3.5 लाख रुपए का चेक और नकद 50 हजार रुपए उन्हें साैंपे गए। इसके बाद खदान में दूसरी पाली से कामकाज शुरू हाे गया। मृतक के एक आश्रित काे नाैकरी देने की मांग प्रबंधन ने पहले ही मान ली थी।
वहीं, सेल प्रबंधन ने खनन की प्रक्रिया से जुड़े तीन कर्मियाें काे सस्पेंड कर दिया गया। ये हैं सहायक प्रबंधक राघवेंद्र शर्मा, वरीय प्रबंधक राजीव कुमार और ओवरमैन शैलेंद्र कुमार। सेल चासनाला के एजीएम (कार्मिक एवं प्रशासन) अजय कुमार ने कहा कि पूरी जांच के लिए टीम बनाई गई है। यह हादसे की वजहाें काे जानने की काेशिश करेगी और ऐसे हादसे फिर न हाें, इसके लिए सुझाव देगी। उन्हाेंने यह भी बताया कि डीजीएमएस की प्रारंभिक जांच के बाद खदान में कामकाज शुरू कर दिया गया।
प्रबंधन से बातचीत में नेताओंने कहा - हादसे की जांच हो, दाेषी पर कड़ी कार्रवाई करे प्रबंधन
हादसे के बाद बातचीत के दाैरान यूनियन नेताओंने एक सुर में प्रबंधन काे लापरवाह बताया। झरिया की विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह, जमसं कुंती गुट के संयुक्त महामंत्री सिद्धार्थ गाैतम, संयुक्त माेर्चा के सुंदर लाल महताे, याेगेंद्र महताे, शमशेर आलम, मुकेश शर्मा, सुग्रीव सिंह, सुभाष शर्मा, मुकेश ओझा, रंजन सिंह, रंजना शर्मा आदि ने प्रबंधन से दाेषी पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। कुछ यूनियन नेताओंने खदानाें में पानी बढ़ने से उनके डूबने की आशंका भी जताई। इस पर सीजीएम अनिल कुमार राय ने भी कहा कि सुरक्षा का ख्याल रखा जाएगा और हादसे के लिए दाेषी पर कार्रवाई की जाएगी। बातचीत के दाैरान एजीएम अजय कुमार, झरिया सीओराजेश कुमार भी माैजूद थे।
पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल, वृद्ध पिता कहते रहे- ईद की खुशियां शायद हमारे नसीब में थीं ही नहीं
मुआवजे पर सहमति के बाद शव काे चानक से उठाया गया। मिट्टी मंजिल की गई। वहीं, मृतक के घर में काेहराम मचा रहा। पत्नी फेजिया तसलीम का राे-राेकर बुरा हाल था। उन्हें मुआवजे की राशि और नियाेजन से संबंधित कागजात साैंपे गए। मृतक महताब के 80 साल के पिता अरशद हसनैन फूट-फूटकर राे रहे थे। बीच-बीच में कहते- बेटा ईद की तैयारियाें में जुटा था। लेकिन, हमारे परिवार के नसीब में शायद खुशियां नहीं थीं। पूरे परिवार काे महताब ही संभालता था, अब सबका क्या हाेगा, अल्लाह ही मालिक है।
डीजीएमएस अफसरों ने की शुरुआती जांच
हादसे के अगले दिन शनिवार काे डीजीएमएस की टीम चासनाला काेलियरी पहुंची। निदेशक मुरलीधर मिश्रा, उपनिदेशक रमेश पलिवार और अन्य अधिकारी खदान में गए, लेकिन हादसे वाली जगह तक नहीं जा सके। असल में, उस जगह पर काेयले का ढेर पड़ा था। अधिकारियाें ने खदान से निकलकर कहा कि जांच पूरी हाेने तक इस बारे में कुछ नहीं कहना ही बेहतर है।
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