इस साल स्कूल जून में नहीं खुलेंगे। अभी बाहर से आए मजदूरों को स्कूलों में क्वारेंटाइन किया गया है। इन सबके जाने के बाद स्कूलों को सैनिटाइज किया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया में जून का पूरा महीना निकलना तय है। यदि सब कुछ ठीक रहा तो जुलाई के पहले सप्ताह में स्कूल खुल सकते हैं। अभी प्रदेश में 70 हजार पंजीकृत मजदूरों का आना बाकी है। इनके आने के बाद उन्हें क्वारेंटाइन करने में और समय बढ़ सकता है। इसलिए एक संभावना यह भी है कि इस साल शिक्षा सत्र अगस्त में ही खुले। स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने साफ कहा है कि जुलाई के पहले किसी भी शर्त में स्कूल नहीं खाेले जा सकेंगे। दरअसल राज्य के लगभग 15 हजार से ज्यादा स्कूलों को क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है। इन स्कूलों में दूसरे प्रदेशों से आने वाले प्रवासी मजदूरों को ठहराया जा रहा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अभी तक दो लाख 12 हजार श्रमिक अलग-अलग साधनों से छत्तीसगढ़ आ चुके हैं। जबकि सरकार के पास अब तक दो लाख 92 हजार से ज्यादा श्रमिक ऑनलाइन पंजीयन करा चुके हैं। यानी अभी लगभग 70 हजार श्रमिकाें की वापसी शेष है। इस लिहाज से पूरा जून श्रमिकों की वापसी में बीत जाएगा।
इसके बाद 14 दिन के क्वारेंटाइन में उन्हें रखा जाएगा। मजदूरों के जाने के बाद सभी स्कूलों की सफाई और सैनेटाइजेशन में लगभग 10 से 15 दिन लगेंगे। इस काम में पूरा जून बीत जाएगा। टेकाम का कहना है कि इन कारणों से अभी यह कहना संभव नहीं है कि हम जुलाई में भी स्कूल शुरू कर पाएंगे।
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