जल सप्लाई व सेनिटेशन वर्कर यूनियन की बैठक रविवार को हुई। जिला प्रधान अमनदीप सिंह ने कहा कि जल सप्लाई विभाग की मैनेजमेंट की ओर से 4000 ठेका कर्मियों के लिए धक्के से आउटसोर्स एजेंसी लाई गई है।
पहले तो विभाग की ओर से 4 हजार वर्करों का 5 से 17 साल तक शोषण किया गया, अब जब ठेका कर्मियों को उनका मोल मोड़ने का वक्त आया यानी रेगुलर करने का प्रस्ताव बनाने की जरूरत पड़ी तो विभाग ने इसे रद करके नए सिरे से शुरू करने की साजिश रचकर वर्करों को मानसिक तौर पर परेशान किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इससे वर्करों का लंबे समय कस अनुभव बिलकुल खत्म हो जाएगा जिसका यूनियन लगातार विरोध कर रही है तथा हर जिले में संघष्र किए जा रहे हैं।
इन संघर्ष के परिणामस्वरूप विभागीय मुखी की ओर से संगठन के साथ 4 जून की बैठक रखी है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर आउटसोर्सिंग एजेंसी को वापस लेने तथा 4000 ठेका कर्मियों को विभाग में शामिल करने से टालमटोल किया गया तो यूनियन के फैसले के अनुसार अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन किए जाएंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी पंजाब सरकार व जल सप्लाई व सेनिटेशन विभाग मैनेजमेंट की होगी।
बैठक में जिला महासचिव इंद्रजीत सिंह, विक्की गर्ग, राजेश कुमार, शिशु कुमार, हरीश सिंगला, संदीप सिंह सोनी, प्रेम कुमार ने भी संघर्ष में वर्करों को परिवार समेत शामिल होने के लिए लामबंद किया जा रहा है।
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