टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (टीईटी) के लिए अभी आवेदकों को कुछ महीने और इंतजार करना होगा। जुलाई में भी इस परीक्षा का आयोजन मुश्किल है। टीईटी का आयोजन मार्च में होने वाला था, लेकिन कोरोना वायरस की वजह से परीक्षा स्थगित की गई। इसके बाद से परीक्षा के संदर्भ में कोई नया शेड्यूल जारी नहीं किया गया है।
शिक्षाविदों का कहना है कि राज्य के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में दाखिले के लिए व्यापमं से प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती है। यह परीक्षाएं भी स्थगित है। परीक्षा को लेकर शासन से अनुमति मिलने के बाद पहले प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाएगी। इसके बाद टीईटी आयोजित होगी। प्रवेश परीक्षाओं के आयोजन को लेकर भी अभी शेड्यूल जारी नहीं हुआ है। 10-15 जून के बाद इसके जारी होने की संभावना है। गौरतलब है कि टीईटी के लिए कुछ महीने पहले आवेदन मंगाए गए थे। परीक्षा के लिए करीब एक लाख आवेदन मिले हैं। मार्च में परीक्षा स्थगित होने के बाद यह संभावना जताई जा रही थी कि जून या जुलाई में टीईटी आयोजित की जा सकती है। जून में परीक्षा नहीं होगी। जुलाई में भी फिलहाल मुश्किल है।
समय का उपयोग करें, परीक्षा की तैयारी करें
शिक्षाविदों का कहना है कि, टीईटी के आयोजन में देरी हो रही है। इस समय का उपयोग करें। परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले गंभीरता से तैयारी करें। टीईटी में 150 नंबर के सवाल पूछे जाएंगे। क्वालिफाई करने के लिए सामान्य वर्ग के परीक्षार्थियों को न्यूनतम 60 प्रतिशत नंबर प्राप्त करना होगा। परीक्षा में निगेटिव मार्किंग का प्रावधान नहीं है। सवाल का पैटर्न बहुवैकल्पिक होगा। प्रश्नों के जवाब के लिए ढ़ाई घंटे मिलेंगे।
सर्टिफिकेट की पात्रता सात साल के लिए होगी
शिक्षाविदों का कहना है कि पहली से पांचवीं और छठवीं से आठवीं दोनों तरह कक्षाओं में अध्यापन की पात्रता के लिए टीईटी जरूरी है। पिछले कुछ बरसों यह टीईटी का आयोजन लगातार किया जा रहा है। 2019 में भी टीईटी आयोजित की गई थी। टीईटी क्वालिफाई करने वाले परीक्षार्थी को
एक सर्टिफिकेट दिया जाता है। इस सर्टिफिकेट की पात्रता सात साल के लिए रहती है।
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