कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए रांची जिला प्रशासन की ओर से सोमवार को पांचवां मास टेस्ट ड्राइव का आयोजन किया गया। इसके तहत कुल 25 जांच सेंटर बनाए गए थे। इसमें 10 शहरी व 15 ग्रामीण इलाकों में थे। हालांकि, इस टेस्ट ड्राइव की सूचना पूर्व में जिला प्रशासन की ओर से सार्वजनिक नहीं की गई थी। इस कारण आम लोगों को इस कैंप की जानकारी नहीं हो पाई। यही वजह है कि शहरी क्षेत्र में 830 और ग्रामीण क्षेत्रों में 2551 सैंपल यानि कुल 3381 लोगों के सैंपल लिए गए। इसमें से 3306 सैंपल की जांच की गई। इसके तहत 3230 की रिपोर्ट निगेटिव और 76 लोग पॉजिटिव पाए गए।
मजेदार बात तो यह है कि जिला प्रशासन की ओर से सोशल मीडिया में मास टेस्ट ड्राइव से संबंधित जानकारी दी गई थी। इसमें बताया गया था कि कोर्ट कंपाउंड कचहरी में भी कोरोना जांच की जाएगी। लेकिन कैंप यहां लगने की बजाय समाहरणालय परिसर में लगा। वह भी दिन के करीब 1.00 बजे। हेल्थ टीम के अनुसार वहां लगाने की अनुमति नहीं मिली, इसके बाद समाहरणालय परिसर में कैंप लगाया गया। यहां महज 20 लोगों ने अपना सैंपल जमा किया।
...ताकि लोगों को यह पता चल सके कि हो रही जांच
मास टेस्ट ड्राइव को लेकर जिला प्रशासन की ओर से समुचित प्रचार-प्रसार की बजाय खानापूर्ति करने का सिलसिला जारी है। सोमवार को भी समाहरणालय या डेली मार्केट थाना के समीप लगाए गए सेंटर की जानकारी देने के लिए कोई बैनर-पोस्टर नहीं लगाया गया था। ऐसे में सड़क से गुजरने वालों को एक नजर में यह पता ही नहीं चल पा रहा था कि यहां कैंप लगाया गया है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2S9sjNT
No comments:
Post a Comment