वेस्ट चिरमिरी के नवापारा में पांच भालुओं ने सोमवार रात एक युवक को नोच-नोचकर मार डाला। भालुओं के चंगुल से युवक को बचाने के चक्कर में अन्य ग्रामीण भी गंभीर रूप से घायल हो गए। चार साल पहले क्षेत्र में खूंखार भालुओं ने आतंक मचाते हुए कई लोगों को जख्मी किया था। अब एक बार फिर भालू रहवासी इलाके में पहुंचकर लोगों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसके बाद भी भालुओं के हमले को रोकने के लिए वन विभाग की ओर से प्रयास नहीं किये जा रहे हैं।
घटना नगर निगम चिरमिरी के वार्ड नंबर 1 नवापारा की है। बाड़ी में लगे मक्के की फसल को सूअर से बचाने के लिए एक ग्रामीण ने फंदा लगाया था। सोमवार रात करीब साढ़े 10 बजे फंदे में एक भालू का बच्चा फंस गया। फंसे भालू की आवाज सुनकर ग्रामीण एकत्र हो गए। लोगों की बढ़ती भीड़ देखकर अचानक 5 से अधिक भालुओं ने भीड़ पर हमला कर दिया। अचानक भालुओं के झुंड को देखकर ग्रामीणों में भगदड़ मच गई। लोग जान बचाने इधर-उधर भागने लगे। इसमें एक युवक को भालुओं ने दबोच लिया और उसे खींचते हुए कुछ दूर ले गए। ग्रामीण को बचाने के चक्कर में दूसरा युवक भी जख्मी हो गया। भालुओं ने चंगुल में फंसे युवक के शरीर के टुकड़े टुकड़े कर दिए। इसके बाद लोगों की भीड़ भालुओं को खदेड़ते हुए गंभीर रूप से जख्मी युवक को लेकर बड़ा बाजार अस्पताल पहुंची। जहां से प्राथमिक इलाज के साथ युवकों को जिला अस्पताल रेफर किया गया। इस बीच 21 वर्षीय मनोज देवांगन की मौत हो गई। सूचना पाकर पुलिस जवानों के साथ वन अमला ने प्रकरण तैयार किया है।घटना के बाद इलाके में लोग भालुओं से दहशत में हैं। डिप्टी रेंजर सूर्यदेव सिंह ने बताया कि भालुओं ने बच्चे की जान को खतरा जानकर हमला किया है। उन्होंने रात में लोगों को सावधानी बरतते हुए घर से बाहर नहीं निकलने को कहा है।
पहले हल्दीबाड़ी में तीन लोगों पर किया था हमला
एक महीने पहले हल्दीबाड़ी में पेट्रोल पंप व काॅलोनी में एक भालू ने तीन लोगों पर हमला किया था। मामले में वन विभाग ने भालू के हमले में जख्मी युवक के इलाज का खर्च उठाने की बात कही थी। हालांकि प्रकरण अब तक कागजी प्रक्रिया में अटका है। इधर भालू हमले में एक अन्य ग्रामीण की जान चली गई।
भालुओं के चंगुल से नहीं निकल पाया युवक
ग्रामीणों ने बताया कि पांच भालुओं ने युवक के सिर व चेहरे पर हमला कर उसे जमीन पर गिरा दिया। इसके बाद उसे नोचकर मार दिया। पांच से अधिक भालुओं को देखकर सब लोग डरकर पीछे हट गए थे। लोग जब तक कुछ समझ पाते भालुओं ने युवक को काफी नुकसान पहुंचा दिया था।
चार साल से अक्सर रहवासी इलाकों में पहुंच रहे भालू
बता दें कि चार साल पहले ऐसी ही घटना में गेल्हापानी जंगल में एक खूंखार भालू ने ग्रामीण को मार डाला था, ग्रामीण को बचाने की कोशिश में तीन पुलिस कर्मचारी और कई ग्रामीण जख्मी हुए थे। तीन साल पहले छोटा बाजार लाहिड़ी स्कूल में प्रार्थना सभा में भालू आ धमका था। रहवासी इलाकों में भालू लगातार पहुंच रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी विभाग इन्हें रोकने पहल नहीं कर रहा है।
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