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Monday, September 7, 2020

सरपंच: दो प्रतिशत कमीशन में काम दिलवा तो रहे हो लेकिन धोखा तो नहीं होगा न?ठग: धोखा होता तो मेरा मोबाइल बंद हो चुका होता, आधी रात को भी काॅल कर लेना...

जिले के ग्राम पंचायतों में सरपंचों के पास इन दिनों लगातार फोन काॅल आ रहे हैं। काॅल करने वाला स्वयं को मंत्रालय का कर्मचारी बता दो प्रतिशत कमीशन में काम दिलाने की बात कर रहा है। साथ ही इसमें कोई गड़बड़ी नहीं होने का दावा करते अपना मोबाइल नंबर हमेशा चालू रखने गारंटी दे रहा है।
मंत्रालय के इस दलाल व एक सरपंच के बीच हुई बातचीत की रिकार्डिंग व वाट्सएप में हुई चेटिंग भी सोशल मीडिया में वायरल हो गई। भास्कर ने जब दलाल से संपर्क करने उस मोबाइल नंबर में काॅल किया तो वह बंद बता रहा है।
अंतागढ़ विकासखंड के 20 से अधिक सरपंचों के पास पिछले महीनेभर में ऐसे कई काॅल आए। काॅल करने वाला अपना नाम तो नहीं बताता लेकिन खुद को मंत्रालय का कर्मचारी बताता है। कथित कर्मचारी मंत्रालय के अफसरों से तगड़ी सेटिंग होने का हवाला देते स्कूल शिक्षा विभाग से कमीशन में काम दिलाने का दावा करता है। इसके लिए कुछ दिन पूर्व ग्राम पंचायत आमागांव के सरपंच कुंवर सिंह ध्रुव के मोबाइल पर 9109223860 नंबर से काॅल आया। काॅल करने वाले ने कमीशन में काम दिलाने का दावा किया।
इस मोबाइल नंबर की जांच की गई तो वह नंबर मंत्रालय रायपुर के नाम से सेव होना पाया गया। इसके बाद सरपंच ने इस नंबर में बात कर पूरी बात रिकाॅर्ड की। एेसा ही काॅल सरपंच संघ अध्यक्ष व ग्राम पंचायत अर्रा के सरपंच, तालाबेड़ा, एड़ानार, गोंडबीनापाल, सरंडी सरपंच के पास भी आया। इस मामले को लेकर अंतागढ़ के सरपंच विचार विमर्श कर रहे हैं। जल्द ही इसकी शिकायत पुलिस में की जाएगी।

खाता नंबर दिया, कमीशन जमा नहीं
उक्त दलाल ने सरपंचों को अपना एकाउंट नंबर भी दिया है जो भारतीय स्टेट बैंक का है। खाता धारक का नाम अशोक कुमार और नंबर 32068757613 है। हालांकि काॅल फर्जी होने के कारण किसी भी सरपंच ने उक्त खाते में राशि जमा नहीं की।
आदेश पत्र भी दिया लेकिन स्पष्ट नहीं
आमागांव सरपंच से चर्चा के बाद दलाल ने कुछ आदेश पत्र की प्रति वाट्सएप पर भेजी है। लेकिन आदेश की सूची पूरी नहीं है। आदेश की आधी अधूरी फोटो सरपंच के वाट्सएप में भेज दी गई। इसे लेकर सरपंच ने चैटिंग भी की लेकिन दलाल ने उसका कोई जवाब नहीं दिया। उल्टे उसे खाता में दस हजार रुपए जमा करने कहा गया।

पढ़िए... आमागांव सरपंच और दलाल के बीच कमीशन पर चर्चा
सरपंच- काम स्वीकृत कराने कितना लगेगा?
दलाल- दस मिनट में अधिकारी से चर्चा कर बता रहा हूं।
सरपंच- क्या हुआ?
दलाल- मोटा-मोटा 20 पहले जमा करा दो। काम होने के बाद हमारा दो प्रतिशत रहेगा।
सरपंच- काम कब तक मिल जाएगा?
दलाल- सोमवार को काम स्वीकृत होगा और मंगलवार या बुधवार को मिल जाएगा।
सरपंच- धोखा तो नहीं होगा।
दलाल- अरे यार धोखा होता तो हम लोगों का मोबाइल बंद हो चुका होता। आधी रात को भी काॅल करना फोन हमेशा चालू रहेगा।
सरपंच- जितना काम दिया हूं पूरा हो जाएगा?
दलाल- हां पूरा हो जाएगा।
सरपंच- धोखा तो नहीं होगा?
दलाल- अरे भाई, स्कूल की पूरी गारंटी ले रहे हैं।
सरपंच- कितने-कितने लाख रुपए का स्वीकृत है?
दलाल- पांच पांच लाख रुपए का।
सरपंच- हाॅस्टल निर्माण भी पूरा?
दलाल- हां, जितना आदेश है सभी पांच-पांच लाख का है।
सरपंच- सीसी सड़क?
दलाल- वह पांच बीस का है। ठीक है।
सरपंच- हां ठीक है।



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