रविवार को जिले में कोरोना से तीन मरीजों की मौत हो गई। इसमें एक युवती भी शामिल है। उसे पहले से प्लास्टिक एनिमिया भी था, वहीं बाराद्वार क्षेत्र के एक व्यक्ति की मौत शनिवार देर रात हुई तथा खोखरा के भी एक व्यक्ति की मौत रविवार को हुई। दो दिनों में कोविड से 5 लोगों की मौत हो गई है।
सितंबर कोरोना के लिए घातक हो रहा है, अव्वल तो मरीजों की संख्या भी एकाएक बढ़ रही है। पहले 12 दिनों में ही संख्या अगस्त माह की तुलना में दोगुनी हो गई है। मरने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। शनिवार- रविवार के दरमियान जिले में चार लोगों की मौत कोविड से हुई है, जिसमें तीन जिला के अस्पताल में हैं तो पामगढ़ के एक दुकानदार की मौत सिम्स बिलासपुर में इलाज के दौरान हो गई।
शनिवार को आया था बुजुर्ग - बाराद्वार के वार्ड क्रमांक 1 निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग तबीयत खराब होने पर स्वयं जांच कराने के लिए फीवर क्लीनिक आया था।
टेस्ट के दौरान ही हो चुकी थी मौत
जावलपुर से भी एक 35 साल की युवती को टेस्ट कराने के लिए लाया था। डॉ. आलोक मंगलम के अनुसार जब इन्हें लाकर फीवर क्लीनिक में टेस्ट के लिए सैंपल लिया जा रहा था। उसी समय फिर क्लीनिक के स्टाफ ने इसकी जानकारी दी कि मरीज का पल्स नहीं चल रहा है। इसके बाद उसका सैंपल लिया गया। मरीज को कोविड एक्सक्लूसिव सेंटर भेजा गया, जहां डॉक्टर ने परीक्षण के बाद उसे ब्राड डेड बताया।
एक घंटे में हुई मौत
खोखरा के एक व्यक्ति की पांच दिनों से तबीयत खराब थी। घर में उसे सर्दी, खांसी की शिकायत थी। उसे रविवार की दोपहर टेस्ट कराने के लिए लाया गया। टेस्ट के बाद उसे कोविड आईसीयू में भर्ती किया गया। डॉक्टर्स के अनुसार तब तक उसकी स्थिति बिगड़ चुकी थी। एक घंटा के बाद उसकी भी मौत हो गई।
अंतिम संस्कार के लिए 40 घंटे करना पड़ा इंतजार, इलाज के दौरान हो गई थी मौत
नगर के वार्ड नं. 5 जवाहर नगर निवासी शासकीय प्राथमिक शाला कल्याणपुर में पदस्थ शिक्षिका की 11 सितंबर को सिम्स में इलाज के दौरान रात्रि 9.30 बजे मौत हो गई। महिला की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने पर शव मृतका के परिजन को नहीं दिया गया। 40 घंटे बाद रविवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया।
शिक्षिका की कोविडसे मौत की जानकारी सिम्स प्रबंधन ने जिला प्रशासन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जांजगीर को दी। 12 सितंबर को एसडीएम जांजगीर द्वारा पटवारी ज्योतिष कुमार सर्वे, एमपीडब्ल्यू देव प्रसाद डिगस्कर एवं नगर पालिका के कर्मचारी नितेन्द्र राणा को सिम्स से शव को लाने के लिए ड्यूटी लगाई गई।
रविवार की सुबह सिम्स मे टीम द्वारा सुबह 10 बजे पहुंचे। लिखा पढ़ी व अन्य कार्रवाई में दोपहर 3 बजे टीम को लाश सुपुर्द की गई। नगर के कॉलेज रोड मुक्तिधाम मे शाम 4ः30 बजे प्रशासन द्वारा शिक्षिका का अंतिम संस्कार कराया गया।
कोरोना से मौत होने के बाद सिम्स एवं प्राइवेट अस्पतालों द्वारा शव को परिजनों को नहीं सौंपकर जिला प्रशासन को अवगत कराया जाता है। सिम्स बिलासपुर मे शव लेने के लिए जाने पर सिम्स द्वारा कई घंटों तक इंतजार कराने के बाद शव सौंपा जा रहा है। इन कारणों से शव के अंतिम संस्कार में अधिक समय लग रहा है।
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