बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर तहसील में फर्जी वन पट्टा बनाने वाले गिरोह के खुलासे के बाद फर्जी पट्टा के आधार पर ऋण पुस्तिका बनवाने के एवज में भी 15 से बीस हजार की उगाही की गई है। एक ग्रामीण ने तो पुलिस को दिए अपने बयान में बताया है कि उससे एक कांग्रेसी नेता ने 14 हजार रुपए ऋण पुस्तिका बनवाने के एवज में लिए थे और तब उसे फर्जी पट्टा के आधार पर ऋण पुस्तिका मिला, जिसमें तहसीलदार के हस्ताक्षर हैं। हालांकि बरतीकला निवासी बुधराम नामक ग्रामीण ने कहा है कि तब उसे पट्टा के फर्जी होने की जानकारी नहीं थी। वहीं वाड्रफनगर थाना प्रभारी केबी पटेल का कहना है कि मामले में तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद जब्त किए गए फर्जी पट्टा को राजस्व विभाग को भेजा गया है। फर्जी पट्टा बनने वाले गिरोह में और भी कई लोगों के नाम सामने आए हैं, इसके लिए पुलिस साक्ष्य और सबूत जुटा रही है। जिस कांग्रेसी नेता के द्वारा फर्जी पट्टा के आधार पर ऋण पुस्तिका बनाए जाने पैसा लेने की बात सामने आई है, उसे पुलिस ने थाना बुलाया था।
तहसीलदार ने ही फर्जी पट्टा बनाने की शिकायत की थी
कुछ दिन पहले तहसीलदार ने ही फर्जी पट्टा बनाने की शिकायत पुलिस से की थी। पुलिस ने मामले में अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया था। इसके बाद फर्जी वन अधिकार पट्टा बनाने वाले गिरोह के 3 लोगों को गिरफ्तार किया था। वहीं तब पुलिस ने कई लोगों को गिरोह में शामिल होने की जानकारी पर पूछताछ के लिए बुलाया था।
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