बस्तर क्षेत्र के समस्त संविदा कर्मचारी संघ द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी कांकेर अधीक्षण यंत्री को ज्ञापन सौंपकर संविदा कर्मचारियों की समस्याओं को हल करने की मांग की गई। संघ पदाधिकारियों ने कहा कि संविदा कर्मचारियों से नियुक्ति पत्र में दिए गए कार्य लिए जाने के लिए आदेशित किया था और किसी भी प्रकार की दुर्घटना की स्थिति में संबंधित अधिकारी की पूर्ण जिम्मेदारी होना उल्लेखित किया गया है। इसके बाद भी आज तक इसे धरातल पर क्रियान्वित नहीं किया गया है। इसके चलते आए दिन किसी न किसी संविदा कर्मचारी हादसे का शिकार हो रहे हैं। अभी हाल ही में प्रदेश में कई संविदा कर्मचारियों की दुर्घटना में मौत हो चुकी है, जिसके बाद भी कंपनी प्रबंधन द्वारा नियमितीकरण के लिए आदेश किया गया। बल्कि दुर्घटना उपरांत मृतक पर ही दोषारोपण किया जा रहा है कि नियम विरूद्ध कार्य करने के चलते दुर्घटना हुई। इस प्रकार की घंटना से संविदा कर्मचारी चिंतित हैं। बस्तर क्षेत्र के संविदा कर्मचारियों के 4 वर्ष पूर्ण होने के बाद भी आज तक नियमितीकरण आदेश नहीं दिया गया है, जिसके लिए संविदा कर्मचारी समय-समय पर ध्यानाकर्षण कराते रहे हैं। इसके बाद भी कंपनी प्रबंधन द्वारा कोई सुध नहीं ली जा रही है।
ओवरहेड लाइसेंस नियम के विरूद्ध : आज कंपनी प्रबंधन द्वारा समस्त संविदा कर्मचारियों को ओवरहेड लाइसेंस प्रदान किया जा रहा है। इस नियम के चलते पोल पर चढ़कर कार्य करने के दौरान दुर्घटना होती है, तो संपूर्ण जिम्मेदारी कर्मचारी की होगी, जो पूर्णत: गलत है। यह नियुक्ति पत्र में दिए गए कार्यों के नियम के विरूद्ध है। इसके लिए जो दस्तावेज मांगा जा रहा है, उसे उपलब्ध कराने में भी संविदा कर्मचारी असमर्थ हैं। कर्मचारी इसका पुरजोर विरोध करते हैं। कर्मचारी संघ मांग करता है कि कंपनी प्रबंधन पहले कर्मचारियों का नियमितीकरण करे और इसके बाद ओवरहेड लाइसेंस प्रदान करे। इस दौरान प्रदीप बघेल, हर्षित सुरोजिया, रूपेश सोनी, हितेंद्र अमदिया, खिलेश्वर भुआर्य, ओमप्रकाश स्वर्ण, तुषार सिंगसार, अभिषेक सिन्हा, नरेंद्र साहू, मोहित कौशल, सतीष जुर्री, योगेंद्र साहू, आशा वट्टी, संग्राम नेताम, बलराम नेताम, विवेक साहू, देशीराम, भोज साहू आदि उपस्थित थे।
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