संतान के दीर्घायु जीवन तथा परिवार की खुशहाली के लिए शुक्रवार को छठ पर्व पर महिलाओं ने तालाब व नदी तट पर ढलते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजन किया। अगले दिन शनिवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजन के बाद श्रद्धालु महिलाएं व्रत तोड़ेंगी। प्रशासन ने तालाब तटों में कोरोना संक्रमण के चलते स्वास्थ्य दल के अलावा सुरक्षा के लिए पुलिस बल तथा आपात स्थिति के लिए गोताखोरों को तैनात किया था। भानुप्रतापपुर के राजा तालाब में महिलाओं ने छठ पूजन किया। अंतागढ जोगी धारा नदी तट पर बड़ी संख्या में महिलाएं पूजन करने पहुंची।
शहर के कंकालिन तालाब तट में 60 से अधिक महिलाओं ने पूजन किया। ऊपर नीचे रोड के डडिया तालाब में भी बड़ी संख्या में पूजन करने महिलाएं पहुंची। दूध नदी तट पर पूजन करने वाले परिवार यहां व्याप्त गंदगी के चलते पूजन करने ब्यासकोंगेरा नदी तट गए। टोकरी में विभिन्न प्रकार के फल लेकर पुरूष व्रत करने वाली महिलाओं के साथ पहुंचे। तालाब तट में गन्ना का मंडप बनाया गया जहां छठ माता की पूजा कर संतान के दीर्घायु जीवन के साथ पूरे परिवार की खुशहाली की कामना की गई। छठ पर्व की शुभकामनाएं देने नगरपालिका अध्यक्ष सरोज ठाकुर, पूर्व पालिका अध्यक्ष आरती श्रीवास्तव, अघननगर पार्षद जागेश्वरी साहू भी पहुंची। कंकालिन पारा पार्षद माला तिवारी ने कहा इस पर्व पर काफी आस्था है। इस बार कोरोना संक्रमण के चलते पूरी सावधानी के साथ पूजन किया गया।
आज उगते सूर्य को अर्घ्य देकर करेंगी पूजन : शनिवार सुबह के दौरान सूर्योदय से पहले तालाब तट में महिलाएं पहुंचेंगी और उगते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजन करेंगी। इसके बाद प्रसाद ग्रहण कर उपवास तोड़ेंगी। छठ पर्व की शुरुआत बुधवार से महिलाओं ने नहाय खाय की परंपरा के साथ की थी। दूसरे दिन निर्जला व्रत करते खरना रस्म का निर्वहन किया गया था।
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