ओरमांझी में युवती का सिर कटी लाश मिलने और महिलाओं पर हो रही हिंसा के विराेध में साेमवार की शाम 5.45 बजे 200 से अधिक महिला-पुरुष ने किशाेरगंज चाैक को जाम कर दिया। इस समय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का काफिला सीएम हाउस जा रहा था। जाम में कारकेड में आगे चल रहे दाे पायलट वाहन फंस गए। जाम कर रहे लोगों ने पास रखी बैरिकेडिंग को बीच सड़क पर रखकर हंगामा शुरू कर दिया। वहां तैनात पुलिसकर्मियों और सीएम सुरक्षा के जवानों के होश उड़ गए।
आनन-फानन में वहां से लोगों को हटाने के लिए लाठियां भांजी गईं। इस दौरान जाम कर रहे महिला-पुरुष भी जवानों से उलझ पड़े। इसी बीच सीएम को किशोरगंज चौक से बड़ा तालाब जाने वाली सड़क की तरफ से निकाला गया। इधर, हंगामे के कारण हरमू रोड में दोनों तरफ जाम लग गया। पुलिस लाइन से बड़ी संख्या पुलिस बल मंगाया गया। जो जैसी स्थिति में था, उसी स्थिति किशोरगंज पहुंचा। इसके बाद जाम कर रहे लोगों और आसपास जमा भीड़ को हटाने की कार्रवाई शुरू की गई।
2 घंटे जाम रहा हरमू रोड, रूट डायवर्ट कर निकाले गए वाहन
किशाेरगंज चाैक पर 15 मिनट हंगामा के कारण राजभवन से हरमू चौक तक दो घंटे सड़क जाम रही। स्थिति बिगड़ती देख ट्रैफिक पुलिस ने रातू रोड चौराहे से वाहनों को किशोरी यादव चौक की ओर रूट डायवर्ट कर दिया। इधर काेतवाली एएसपी मुकेश कुमार लूनायक और काेतवाली थानेदार बृज कुमार भी किशोरगंज चौक पहुंचे। हालांकि हरमू रोड ठसमठस हो चुकी थी। घटना के 40 मिनट बाद ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग पहुंचे और जाम हटाने के लिए की कार्रवाई शुरू की। इसके बाद एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा, डीआईजी अखिलेश झा और डीसी छवि रंजन ने माैके पर पहुंचकर घटना की पड़ताल शुरू की। किशाेरगंज चाैक पर जमा भीड़ काे हटाने के लिए पहुंचे पुलिस के जवानों ने जबरन दुकानाें काे बंद कराना शुरू कर दिया। डीआईजी अखिलेश झा ने हस्तक्षेप कर पुलिस जवानाें काे ऐसा करने से मना किया। इसके बाद दुकान ताे बंद नहीं कराई गई, लेकिन ग्राहकाें काे वहां से भगा दिया गया।
गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू
किशाेरगंज चाैक के समीप स्थित कई घराें में जाकर पुलिसकर्मी हंगामा करने वालाें के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास किया। हालांकि घटना के बाद आस-पास में रहने वाले लाेग सहम गए और कुछ भी बाेलने से बचते रहे। पुलिस आराेपियाें की पहचान कर गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।
कब क्या हुआ...
- 5.35 बजे शाम सीएम का काफिला सचिवालय से कांके राेड आवास के लिए निकला
- 5:45 बजे शाम काफिला किशाेरगंज चाैक पहुंचा, काफी लाेग सड़क पर हंगामा करने लगे
- 5:50 बजे शाम कारकेड डायवर्ट रूट से बड़ा तालाब के रास्ते कचहरी चाैक पहुंचा
- 5:55 बजे शाम मुख्यमंत्री का काफिला कांके राेड स्थित आवास पहुंच गया
दुष्कर्म की घटनाएं
- 2019 में जनवरी से दिसंबर तक रांची में 191 महिलाएं व युवतियां दुष्कर्म की शिकार हुईं
- 2020 में जनवरी से दिसंबर तक रांची में 223 महिलाएं व युवतियां दुष्कर्म की शिकार हुईं
इनकी कार्यप्रणाली पर सवाल...
- इंटेलीजेंस काे सूचना क्याें नहीं मिली या मिली ताे उसने पुलिस काे क्याें नहीं अलर्ट किया
- भाजपा, आजसू व अन्य संगठन विराेध करते रहे, उनके आक्राेश का आकलन प्रशासन नहीं कर पाया
- सुखदेवनगर थाना काे किशाेरगंज चाैक में जुट रहे आक्राेशित लाेगाें की काेई सूचना कैसे नहीं मिल पाई
डीसी बाेले... जांच शुरू, हाेगी सख्त कार्रवाई
डीसी छवि रंजन ने कहा कि इस मामले की जांच कराई जा रही है। जांच में जाे भी दाेषी हाेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पक्ष व प्रतिपक्ष के बीच जुबानी जंग...
कानून का राज विफल, जनता विरोध को बाध्य- बाबूलाल
भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि लोकतंत्र में जब कानून का राज विफल हो जाता है, तो जनता विरोध के लिए बाध्य हो जाती है। जब मुख्यमंत्री को पता नहीं कि लोग सड़क पर उनके विरोध में खड़े हैं, तो फिर इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सीएम का सुरक्षा तंत्र कितना विफल है।
शहर में सांप्रदायिक दंगा की कोशिश थी- झामुमो
झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा है कि घटना असामान्य और चिंताजनक है। शहर में सांप्रदायिक दंगा की कोशिश में कुछ लोग लगे थे। असामाजिक तत्व को चिन्हित किया जा रहा है। यह सुनियोजित षडयंत्र था। पुलिस प्रशासन इसके पीछे लगे लोगों की जानकारी हासिल कर रही है।
भाजपा को कोई मतलब नहीं
भाजपा महानगर अध्यक्ष केके गुप्ता ने कहा कि महानगर भाजपा ने सोमवार को अलबर्ट एक्का चौक पर मुख्यमंत्री का पुतला दहन कार्यक्रम रखा था, जो निर्धारित समय पर हुआ। किशोरगंज चौक में क्या हुआ, कौन लोग थे। इससे भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है।
आदिवासी सीएम का अपमान
आदिवासी जनपरिषद के अध्यक्ष प्रेमशाही मुंडा व प्रधान महासचिव अभय भुटकुंवर ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री के काफिले को रोकना राजनीतिक षड्यंत्र है। यह आदिवासी मुख्यमंत्री का अपमान है। परिषद इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।
सीएम के काफिले पर हमला कायराना हरकत- कांग्रेस
प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर, प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि सीएम पर हमला कायरना हरकत है। सुरक्षाकर्मी रूट डायवर्ट कर सीएम को सुरक्षित तरीके से नहीं ले जाते तो आज एक बड़ा हादसा हो सकता था।
सीएम के काफिले को रोकना सुनियोजित था- रतन तिर्की
टीएसी के पूर्व सदस्य रतन तिर्की ने सीएम के काफिले को रोकने की निंदा की है। कहा कि सीएम को रोकना सुनियोजित और राजनीति से प्रेरित था। इसकी जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
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