कोटा से लौटने वाले सभी विद्यार्थियों को उनके मूल जिले में नहीं रखा जाएगा। इस कारण जिले के सभी 185 विद्यार्थियों को दुर्ग जिले के क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया है। जहां स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें क्वारेंटाइन सेंटर में भेज दिया। मालूम हो कि अंबिकापुर में भी बच्चों को रोकने के लिए तीन क्वारेंटाइन सेंटर बनाए गए थे। अभी यह तय नहीं हुआ है कि यहां किस जिले के बच्चे आएंगे।
वहीं इससे पहले अभिभावकों से अपील करते हुए महापौर डॉ. अजय तिर्की ने बताया कि कोरोना की लड़ाई में अब तक छत्तीसगढ़ का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है। यहां के लोगों के सहयोग से हम ने अब तक लॉकडाउन व सोशल डिस्टेंसिंग जैसे विषयों को अपनाते हुए कोरोना को रोकने में महत्वपूर्ण भागीदारी निभाई है। इसका परिणाम है कि हमने कोरोना की चेन को छत्तीसगढ़ में तोड़ा है। ऐसे ही जिम्मेदार नागरिक की भूमिका अदा करने का समय अभी भी है। बच्चे कोटा, राजस्थान से लौट रहे हैं। ऐसे में अभिभावकों को अपने भावनात्मक पक्ष को मजबूत रखते हुए सरकार के निर्देशों का पालन करना चाहिए। इसके साथ ही महापौर ने कन्या शिक्षा परिसर में बने क्वारेंटाइन सेंटर का जिला पंचायत उपाध्यक्ष राकेश गुप्ता के साथ निरीक्षण किया और सुविधाओं काे परखा।
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