प्रमुख संवाददाता, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार रात रामकृपाल कंस्ट्रक्शन के रांची में कचहरी राेड पर पंचवटी प्लाजा स्थित कार्यालय में छापेमारी की। वहां काम कर रहे कर्मचारियाें से पूछताछ की और कई दस्तावेज जब्त किए। कहा जा रहा है कि रामकृपाल कंस्ट्रक्शन ने गिरिडीह में करोड़ों के सड़क का काम लिया था। इसके निर्माण कार्य के दौरान कंपनी द्वारा नक्सलियों को लेवी के रूप करोड़ों रुपए दिए गए। इसका खुलासा एनआईए द्वारा पिछले दिनों पकड़े गए नक्सलियों ने किया था। जिसके बाद मामले की जांच एजेंसी ने शुरू की। जांच के क्रम में तीन बार एनआईए ने पूछताछ के लिए कंपनी के लोगों को बुलाया था। देर रात एनआईए की छापेमारी समाप्त हुई। छापामारी से संबंधित कोई भी आधिकारिक जानकारी एनआईए द्वारा जारी नहीं की गई है। छापामारी के लिए एनआईए की विशेष टीम बनी थी। जो चार गाड़ियों से पुलिस के साथ पंचवटी प्लाजा पहुंची थी। एनआईए काे दिल्ली मुख्यालय से छापेमारी का आदेश मिला था। देर रात तक छापेमारी जारी थी। एनआईए ने इस छापेमारी के संबंध में न ताे राज्य सरकार काे काेई सूचना दी थी, न ही खबर लिखे जाने तक अधिकृत रूप से काेई जानकारी जारी की।
पंचवटी प्लाजा के दफ्तर पर छापा, 15 फाइलें-कम्प्यूटर हार्ड डिस्क ले गई टीम
मंगलवार की छापेमारी में सड़क सहित अन्य निर्माण कार्यो से संबंधित 15 फाइलें और कंप्यूटर की हार्ड डिस्क एनआईए अपने साथ ले गई है। छापेमारी के दाैरान एनआईए की टीम ने कर्मचारियाें से वर्तमान में चल रहे निर्माण सहित अन्य कामाें की जानकारी ली। यह भी जानने का प्रयास किया कि कंपनी ने काम हासिल करने या काम करने की एवज में कमीशन या लेवी के रूप में कितना भुगतान किया जाता है। उल्लेखनीय है कि रामकृपाल कंस्ट्रक्शन जानी-मानी एक कंस्ट्रक्शन कंपनी है। सड़क निर्माण से लेकर , झारखंड विधानसभा भवन, हाईकोर्ट बिल्डिंग , स्टेडियम और अन्य कई तरह के भवन निर्माण का काम इस कंपनी ने किया है। कंपनी के राजनीतिक कनेक्शन को लेकर भी कई बार विवाद उठ चुके हैं।
उधर, एसीबी की पूछताछ में निरंजन कुमार ने कहा...ज्रेडा के कई बड़े टेंडर में पूर्व सरकार में शामिल लोग करते थे हस्तक्षेप, नियम तोड़ दिए गए कई टेंडर
एसीबी ने ज्रेडा में हुए 170 करोड़ के घोटाले की जांच में ज्रेडा के पूर्व निदेशक निरंजन कुमार से मंगलवार को दूसरे दिन भी पूछताछ की। पूछताछ के दौरान एसीबी निरंजन कुमार सामने टेंडर से संबंधित फाइल व उसमें किए गए अनियमित कार्यों में शामिल लोगों की जानकारी मांगी गई। अबतक की पूछताछ में एसीबी से मिली जानकारी के अनुसार कुमार ने बताया कि ज्रेडा में दिए गए कई कार्यों में पूर्व सरकार में शामिल कई लोग हस्तक्षेप करते थे। कई टेंडर नियमों को ताक पर रख चहेती कंपनियों को दिया गया। वहीं कई कंपनियों को करोड़ों का भुगतान किया गया, जिसमें भी गड़बड़ी मिली है। एसीबी ने निरंजन कुमार से सपरिवार विदेश भ्रमण करने, अपनी संपत्ति विवरण में अपनी पत्नी के नाम से अर्जित संपत्ति का कोई विवरण नहीं देने के संबंध में भी पूछताछ की।
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