राज्यपाल अनुसुइया उइके ने एक साल के कार्यकाल में राजभवन में दस हजार से ज्यादा लोगों से मिलने का कीर्तिमान बनाया है। दरअसल, राज्यपाल के बारे में लोगों का यह अनुभव रहा है कि वे प्रोटोकाल से भरे विशिष्ट समारोहों में ही हिस्सा लेते हैं। इनसे मिल पाना आम लाेगाें के लिए असंभव सा है। राज्यपाल उइके ने इस मिथक को तोड़ा और राजभवन के दरवाजे आम लोगों के लिए खोल दिए।
अध्यापक के बाद राजनीति के कई पदों पर रहने के बाद उइके ने पिछले साल छत्तीसगढ़ के राज्यपाल की जिम्मेदारी संभाली थी। इसके कुछ ही दिन बाद गरियाबंद के सूपेबेड़ा में किडनी पीड़ित परिवारों की तकलीफों की खबर पढ़कर गांव वालों से मिलने पहुंच गईं। अधिकारियों को समस्या हल करने के निर्देश दिए। मंच से ही अपना मोबाइल नंबर साझा किया। उनकी पहल पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मंच से ही 24 करोड़ के कार्यों की घोषणा की। सालभर के भीतर ही अनेक ऐतिहासिक निर्णय लिए। राजभवन में अति विशिष्ट लोगों को भी मिलने से पहले लंबी प्रक्रिया से गुजरना होता था, वहां पर प्रदेश की सबसे पिछड़ी जनजाति के सदस्य आए। बिना किसी प्रक्रिया का पालन किए उन्हें अंदर बुलाया और उनकी तकलीफों को सुना। उनका मसला 2008 से उलझा हुआ था। जनजातीय क्षेत्रों का भी दौरा किया।नक्सलवाद को समझने के लिए दंतेवाड़ा में जाकर स्वयं आत्मसमर्पित नक्सलियों से मुलाकात भी की। राज्यपाल ने आत्मसमर्पित नक्सलियों के पुनर्वास के लिए पक्के मकान बनाने को कहा। जिसकी मुख्यमंत्री ने घोषणा भी की। राज्यपाल ने नक्सल क्षेत्रों में बंद स्कूलों को फिर से शुरू करने का भी सुझाव दिया।
सीएम ने फोन पर दी शुभकामनाएं
राज्यपाल को एक वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर सीएम भूपेश बघेल ने फोन कर शुभकामनाएं दीं। कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने राजभवन पहुंचकर शुभकामनाएं दी। पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह, विधानसभा स्पीकर डॉ. चरणदास महंत, शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय टेकाम, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, सचिव सोनमणि बोरा व स्टाफ ने भी बधाई दी।
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