शासन द्वारा खुले में घूमने वाले मवेशियों पर रोक लगाने रोका-छेका अभियान व गोधन न्याय योजना लागू किया है। इसके बाद भी लोग मवेशियों को खुले में छोड़ रहे हैं। इसके चलते अब भी सड़कों में मवेशियों का जमावड़ा लगा रहता है। कुछ ऐसा ही हाल ग्राम सालेटोला का है। यहां धनोरा चौक में मवेशी सड़कों पर ही नजर आते हैं। मवेशियों को लेकर पशुपालक भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। मवेशियों के सड़कों में बैठे रहने से रात्रि में वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार लोग मवेशियों से टकरा कर गिर तक चुके हैं।
खुले में घूमने वाले मवेशी आसपास लगाए गए फसलों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं।
किसानों को कहना है कि रोका छेका अभियान छत्तीसगढ़ शासन चला रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी मवेशियों को पशुपालक खुले में छोड़ रहे हैं। पशुपालक अपने मवेशियों को खुले में ना छोड़कर गोठान में रख सकते हैं, लेकिन वे गोठान तक भी मवेशियों को पहुंचाने से कतराते हैं। चौक के पास रहने वाले शिवजी गुप्ता, रामनारायण कुलदीप, अशोक कुलदीप, देशी भास्कर ने बताया सड़क पर बैठे मवेशी रात के अंधेरे में नजर नहीं आती। इसके चलते कई बार लोग बाल-बाल बच चुके हैं। वहीं कई बार तो बाइक सवार मवेशियों से टकराकर चोटिल भी हो जाते हैं।
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