जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिले में क्वारेंटाइन सेंटरों में प्रवासी मजदूरों व कैंप में जवानों के लगातार पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। जिससे दहशत भी फैलती जा रही है।
गुरूवार 13 अगस्त को अंतागढ़ के टेमरूपानी बीएसएफ कैंप में एक जवान व दुर्गूकोंदल विकासखंड के गोटुलमुंडा में एक प्रवासी मजदूर कोरोना पॉजिटिव पाया गया। जिसमें जवान की रिपोर्ट शाम को आने के कारण उसे अस्पताल भेजा नहीं जा सका था। जबकि प्रवासी मजदूर को कांकेर कोविड अस्पताल पहुंचा दिया गया।
अंतागढ़ के टेमरूपानी बीएसएफ कैंप में छुट्टी से लौटे जवानों क्वारेंटाइन कर रखा गया है। जिसमें से इन जवानों का कोरोना टेस्ट के लिए स्वाब सेंपल 27 जुलाई को लिया गया था। लेकिन रिपोर्ट नहीं आने के कारण 20 जवानों का 13 अगस्त को फिर से कैंप में ही एंटीजेन टेस्ट किया गया। जिसमें 1 जवान की रिर्पोट कोरोना पॉजिटिव पाई गई। जवान को तत्काल कैंप में ही अलग से आईसोलेट कर रखा गया है। जिसे शुक्रवार को इलाज के लिए कोविड अस्पताल कांकेर रेफर किया जाएगा। अन्य जवानों को भी क्वारेंटाइन कर रखा गया है। इसके अलावा दुर्गूकोंदल विकासखंड के ग्राम पंचायत सिवनी के आश्रित ग्राम गोटुलमुंडा तथा ग्राम पंचायत तरईघोटिया के ग्राम नागहुर से कई मजदूर मध्यप्रदेश के झांसी इलाके जवान की रिपोर्ट शाम को आने के कारण उसे अस्पताल भेजा नहीं जा सकामें रोजगार के लिए गए हुए हैं। जिसमें से 8 अगस्त को चार मजदूर वापस आए। इनमें दो को गोटुलमुंडा तथा दो को नागहुर के क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया था। जिसमें इनमें से गोटुलमंडा के दोनों मजदूरों की जांच की गई तो एक मजदूर को कोरोना संक्रमित पाया गया।
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