प्रखंड के जरही बाजार समिति की जमीन को गांव के ही कई लोगों के द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है। वहीं जमीन का अतिक्रमण कर कच्चा मकान व तरह-तरह की व्यवसायिक दुकान बना रखे हैं। जिससे जरही हॉट बाजार में छोटे-छोटे व्यापारियों को मजबूरन मुख्य सड़क के किनारे दुकान लगा कर समान का विक्री करना पड़ रहा है। सड़क के किनारे दुकान लगाये दुकानदारों का कहना है कि सड़क के किनारे दुकान लगाने से हर समय घटना की आशंका बनी रहती है। कहा कि चार चक्के वाली गाड़ी को आने पर हर बार दुकान को आगे पीछे करना पड़ता है। इसका प्रभाव हम सभी को दुकानदारी पर भी पड़ता है।
ग्रामीणों के विरोध करने पर मारपीट करने को तैयार हो जाते हैं दबंग
वहीं स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि बाहुबली लोग ही उक्त भूमि को अतिक्रमण कर उसमें अपना-अपना गुमटी व घर बना लिए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि इसका विरोध करने पर वे सभी मारपीट करने पर भी उतावले हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से किसी तरह का कार्रवाई नहीं होने से उनका मनोबल बेहद बढ़ गया है। पूछने पर भूमि दाता के वंशज गौरी शाह, बिजली शाह, मदन शाह, काजू साह, संजय शाह, कन्हाई साह, शनिचरी देवी ने बताया कि सन 1965-66 ईस्वी में हमारे पूर्वज अकल शाह, गोकुल शाह, रामखेलावन साह, सोमर साह, सहदेव साह के द्वारा बाजार समिति के नाम पर सरकार को 1 एकड़ 58 डिसमिल जमीन दान में दिया गया था, परंतु अब मात्र 10 कट्ठा जमीन पर ही जरही हार्ट बाजार रह गया है। सरकार का इस ओर ध्यान नहीं है। भूमि वंशजों ने सरकार से अतिक्रमण किए गए जमीन को मुक्त करने की मांग की है।
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