कोरोना के एसिम्टोमेटिक मरीजों को सरकार द्वारा घर में ही रहकर इलाज कराने की छूट दी गई है, इसलिए सरकारी अस्पतालों में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए आर्थिक रूप से सक्षम लोग अब अपने घरों में ही रह कर इलाज करा रहे हैं। शनिवार तक होम आइसोलेशन की सुविधा 144 मरीजों ने ली।
प्रदेश भर में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जिले में मई से अगस्त माह तक केवल 1167 पॉजिटिव मरीज थे, लेकिन सितंबर माह के पहले बारह दिनों में ही यह संख्या दोगुनी हो गई है। लगभग 22 सौ मरीज हो चुके हैं। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा भी कोविड केयर सेंटर की सुविधा लगातार बढ़ाई जा रही है। लगभग 2000 बेड की तैयारी जिले में की गई है। ताकि लोगों को इलाज की सुविधा मिल सके, फिलहाल जिले के कोविड केयर सेंटर में 11 सौ से अधिक मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने की होम आइसोलेशन की चर्चा - लोकवाणी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चर्चा करते हुए कहा राज्य में ज्यादातर व्यक्ति एसिम्टोमेटिक श्रेणी के आ रहे हैं। इसको लेकर भी भ्रमित होने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन फेस मास्क और फेस शील्ड के महत्व को समझें। एसिम्टोमेटिक मरीजों के होम आइसोलेशन की सुविधा भी नियमानुसार उपलब्ध है। टेलीमेडिसिन परामर्श केन्द्र के माध्यम से पूर्ण जानकारी, उपचार हेतु मार्गदर्शन व दवाइयां उपलब्ध कराने की सुविधा भी दी है। संकट अभी टला नहीं है। सावधानी जरूरी है।
अभी तक 144 लोगों ने ली है यह सुविधा, सरकारी व प्राइवेट डॉक्टर भी ऑनलाइन और फोन की सहायता से कर रहे इलाज
सुविधा मिली तो पैसा खर्च कर ले रहे लाभ
सरकार ने बढ़ती कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए ऐसे मरीज जो एसिम्टोमेटिक हैं, उन्हें होम आइसोलेशन की सुविधा देनी शुरू कर दी है। सरकार के द्वारा ऐसे लोगों की मॉनिटरिंग डाॅक्टर करेंगे। डॉक्टर द्वारा लिखित में दिया जाएगा और नियमानुसार वे मरीजों की निगरानी करेंगे, इसके लिए मरीज को डॉक्टर की निर्धारित फीस देनी होगी। यह सुविधा शुरू होने पर जिले भर के 144 लोग इस सुविधा से लाभान्वित हो रहे हैं।
अलग टॉयलेट और रूम की व्यवस्था है जरूरी
होम आइसोलेशन के लिए शर्त यह है कि पेशेंट के घर में उसके लिए सेपरेट रूम के अलावा टॉयलेट भी जरूरी हो, जिसका उपयोग किसी भी सूरत में दूसरे लोग नहीं करेंगे। यदि मरीज के घर में सेपरेट टॉयलेट की व्यवस्था नहीं होगी तो होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं मिलेगी। होम आइसोलेशन के लिए नई गाइड लाइन में टॉयलेट की अनिवार्यता सुनिश्चित होने पर ही होम आइसोलेशन की सुविधा देने की शर्त रखी है।
होम आइसोलेशन के लिए यहां करें मेल
सीएमएचओ डाॅ एसआर बंजारे ने बताया कि मरीज के निवास स्थान पर अलग से रहने एव शौचालय की व्यवस्था होने पर लक्षण रहित कोरोना संक्रमित मरीज होमआइशोलेशन की अनुमति ले सकते हैं। इसके लिए निर्धारित प्रपत्र पर आवेदन सीएमएचओ की मेल आईडी cmhojanjgir@gmail.com पर भेजना होगा। आवेदन का प्रारूप जिले की वेबसाइट janjgir-champa.gov.in पर उपलब्ध है।
250 रु. रोजाना देकर ले सकते हैं सुविधा
वैसे तो सरकार ने होम आइसोलेशन की मॉनिटरिंग करने वाले डॉक्टर्स के लिए प्रतिदिन के हिसाब से रेट तय कर दिया है। एक मरीज की मॉनिटरिंग के लिए डॉक्टर 250 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से ले सकेंगे। यानि यदि एक घर में एक से अधिक मरीज हों तो प्रत्येक मरीज के लिए अलग अलग रेट देना होगा।
होम आइसोलेशन को दे रहे प्राथमिकता
^जिले में होम आइसोलेशन की सुविधा दी जा रही है। शासकीय डॉक्टर्स के अलावा प्राइवेट डॉक्टर की सहमति से भी होम आइसोलेशन की सुविधा ले सकते हैं। फिलहाल जिले में 144 लोगों ने यह सुविधा ली है।''
डॉ. एसआर बंजारे, सीएमएचओ,जांजगीर-चांपा
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