घाटशिला अनुमंडल में इन दिनों बड़ी मात्रा में मिलावटी तेल पश्चिम बंगाल और चाईबासा से लाकर धालभूमगढ़, घाटशिला, मुसाबनी, बहारागोड़ा, चाकुलिया, गालूडीह आदि क्षेत्रों में बेचा जा रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि जहां बढ़िया नामी ब्रांडेड तेल का दाम ऊंचा रहता है, वहीं इन मिलावटी तेल 200 रुपए से 300 रुपए प्रति टीन का अंतर रहता है। इससे थोक दुकानदारों को भारी मुनाफा होता है। इनमें मिलावटी तेल में विशेषकर में डबल हाथी मार्का, राजस्थान गोल्ड, केएमपी ब्रांड, गृहिणी ब्रांड, डुप्लीकेट चिनार आदि ब्रांड प्रचलित हैं।
जिसकी भारी मात्रा में बिक्री हो रही है। जिला के फूड सेफ्टी ऑफिसर दीपश्री ने बताया- पूरे जिले से मिलावटी खाद्य तेल की शिकायत पर सैंपल लिया गया है। जल्द रिपोर्ट आएगी इसके बाद मिलावट करने वालो पर कार्रवाई की जाएगी। इन मिलावटी तेल के खाने से ,पेट ,लीवर एवं हार्ट की बीमारी होती है। वही बढ़िया तेल का वजन टिन समेत 16 केजी रहता है वहीं मिलावटी तेल में 1 से 2 केजी वजन भी कम रहता है। इसकी जानकारी होने के बावजूद मोटी रकम लेकर मिलावटी तेल का कारोबार करने दिया जाता है।
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