जिले में इस साल 12 लाख क्विंटल धान खरीदी का अनुमान है। इसके लिए 30 लाख से ज्यादा बारदाने की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए मार्कफेड जिले में संचालित पीडीएस की 412 दुकानों से बारदाने का संग्रहण कर रहा है। लेकिन राशन दुकानदार मनमानी करते हुए बारदाना देने आगे नहीं आ रहे हैं। नतीजा यह है कि 15 लाख बारदाने में से अब तक मार्कफेड करीब 5 लाख बारदाने ही दुकानों से ले पाया है। इसलिए मार्कफेड ने इन राशन दुकान संचालकों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। दूसरी बार होने वाली कार्रवाई में लोहंडीगुड़ा ब्लॉक की 19 राशन दुकानें हैं। डीएमओ एसके गुप्ता ने इन सभी दुकानों के संचालकों को तीन दिनों में मांग के अनुसार बारदाना जमा करने कहा है। ऐसा नहीं करने पर हर दुकानदार से 5 हजार का जुर्माना वसूला जाएगा।
बाजार में 25 में जबकि सरकारी में 15 में ही बिकेगा
पीडीएस के बारदाने की कीमत बाजार में इन दिनों 20 से 25 रुपए के बीच है। इतने रेट में आसानी से ये बारदाने व्यापारी राशन दुकानदारों से खरीद रहे हैं जबकि मार्कफेड इन बारदानों को 15 रुपए में खरीद रहा है। नुकसान होने की आशंका के चलते राशन दुकानदार इन बारदानों को मार्कफेड को नहीं बेच रहे हैं। डीएमओ ने कहा कि पिछले साल इन्हीं बारदानों को करीब 12 रुपए में खरीदा गया था इस साल इसे 15 रुपए में खरीदा जा रहा है।
तीन विभागों की टीम को दी गई है जिम्मेदारी
राशन दुकानों से समय पर बारदाना मार्कफेड को मिल सके इसके लिए जिला प्रशासन के द्वारा तीन विभाग के अधिकारियों की एक संयुक्त टीम बनाई गई है। जिसमें मार्कफेड, खाद्य और उपपंजीयक सहकारिता कार्यालय के अधिकारी शामिल हैं। डीएमओ ने कहा कि खाद्य विभाग के अधिकारियों ने सभी राशन दुकानदारों को जल्द से जल्द बारदाना देने कहा है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में बारदाने की आवक में बढ़ोतरी होगी।
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