
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विभिन्न विभागों के साथ समन्वय कर जिले में सितम्बर महीने को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। इसका मुख्य लक्ष्य गर्भवती माताओं, पोषक माताओं-बच्चों, किशोरी बालिकाओं सहित महिलाओं को कुपोषण से मुक्त करना है।
पोषण माह के अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों में सुपोषण स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया गया। इसमें पोषण आहार युक्त व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई गई। कार्यक्रम में महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान खानपान में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई। वहीं शिशुओं को कुपोषण से बचाव के बारे में भी जागरूक किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने साफ-सफाई, स्वच्छता पर जोर देते हुए बताया कि स्वच्छता ही स्वास्थ्य की कुंजी है। खुले में शौच नहीं जाना चाहिए, शौचालय का ही प्रयोग करें, खाने से पहले और शौच के बाद हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धोना चाहिए, व्यक्तिगत साफ-सफाई रखें। वहीं मलेरिया से बचाव के लिए मच्छरदानी का नियमित रूप से उपयोग करें। इसी तरह शुद्ध पेयजल का उपयोग, गर्म एवं ताजा भोजन का सेवन करने सहित बीमार होने पर पास के स्वास्थ्य केन्द्र पर उपचार कराने की समझाइश गर्भवती माताओं, पोषक माताओं एवं किशोरी बालिकाओं को दी गई। सुपोषण स्वास्थ्य मेला में कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन किया गया।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2Z8yuWG
No comments:
Post a Comment