कोरोना संक्रमण के बावजूद पिछले साल के मुकाबले जिले में जीएसटी कलेक्शन में 12% की ग्रोथ दर्ज हुई इससे 121 करोड़ रुपए ज्यादा जीएसटी मिला। इसमें स्टेट, इंटरस्टेट और सेंट्रल जीएसटी शामिल हैं। सबसे ज्यादा वसूल सितंबर और अक्टूबर में हुई जब बाजार लंबे समय बाद अनलॉक हुए। व्यवसायियों के साथ ही वित्त के जानकार अभी बाजार की रफ्तार और बढ़ने का अनुमान लगा रहे हैं।
इसलिए बढ़ा जीएसटी कलेक्शन- उपायुक्त सीआर महिलांगे ने बताया, सर्कल दो में पूंजीपथरा, घरघोड़ा और तमनार इलाके के उद्योगों से दूसरे राज्यों में स्टील और आयरन प्रोडक्ट की सप्लाई हुई। कोरोना संक्रमण का फर्क स्टील इंडस्ट्री पर कम पड़ा था। अप्रैल और जून के समय में उद्योग तो चल रहे थे लेकिन फिनिश्ड गुड्स का डिस्पैच बंद था। प्रशासन के साथ ही उद्योगपतियों ने महामारी से बचते हुए उद्योग चलाने के लिए अच्छी मॉनिटरिंग की।
उद्योगों ने बाहर से मजदूर बुलाए, काम से पहले उन्हें क्वारेंटाइन किया गया। कोरोना के कारण फैक्ट्री लॉक करने की नौबत नहीं आई। कोरोना के बाद बाजार खुले हैं, उद्योगों के अलावा बाकी कारोबार में भी तेजी दिख रही है। टैक्स कलेक्शन और बढ़ेगा।
अक्टूबर के बाद कम हुई ग्रोथ
जिले में दोनों सर्कल मिलाकर पिछले साल के टैक्स कलेक्शन से तुलना करें तो अक्टूबर में 58 प्रतिशत ज्यादा टैक्स कलेक्शन हुआ। इसके बाद नवंबर में 24 और दिसंबर में 19 प्रतिशत ज्यादा वसूली हुई। हालांकि जानकार इसे संतोषजनक ग्रोथ बता रहे हैं। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि जीएसटी फाइलिंग अभी भी सामान्य नहीं हो पाई है। इसलिए यह संभावना जताई जा रही है कि ग्रोथ अभी और बढ़ सकता है।
70 फीसदी तक रेवेन्यू कलेक्शन इंडस्ट्रियल सेक्टर से
जिले में जितने भी जीएसटी में रेवेन्यू कलेक्शन होता है,उसमें 70 फीसदी हिस्सा रेवेन्यू इंडस्ट्रियल सेक्टर से जुड़ा हुआ होता है। लॉकडाउन के समय में मार्च या अप्रैल के समय में थोड़ा असर रहा। सर्कल-1 में शहर की दुकानों के साथ आसपास इलाके आते हैं। वह बंद होने की वजह से रेवेन्यू कलेक्शन प्रभावित हुआ है।
बाबूलाल अग्रवाल, कर सलाहकार
कोरोना में बंद नहीं हुए उद्योग, अच्छा कलेक्शन
उद्योग जगत पर असर नहीं पड़ा था, कोरोना की वजह से उद्योगपति एक-दो यूनिट चलाकर प्रोडक्शन करते रहे। इसका टैक्स भी दिया है, इसकी वजह से रॉयल्टी भी सरकार को ज्यादा मिली है। बड़े उद्योग जो स्टील उत्पादन करते हैं, वह भी कभी बंद नहीं हुए है। इसी का भी जीएसटी रेवेन्यू कलेक्शन पर पड़ा है।
संजय सिंघल, उद्योगपति
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